मनमर्जी कर रहे मिट्टी की खुदाई, सूखे पड़ी नदी का बिगड़ रहा स्वरुप, प्रशासन दे ध्यान

जी एस परिहार May 1, 2025, 7:08 am Technology

 नीमच। नदी, तालाबों और अन्य जलाशयों में मिट्‌टी खुदाई के नाम पर मनमानी की जा रही है जिसके चलते इनका स्वरुप बिगडने लगा है। ऐसा ही एक मामला जिला मुख्यालय से करीब 12 किमी दूर नीमच विकास खंड के अंतर्गत आने वाले ग्राम पिपलोन का सामने आया है। यहां पर जलसंवर्धन के तहत सर्वे क्रमांक 242 नदी पर मिट्‌टी खुदाई का कार्य किया जा रहा है। लेकिन यहां जिस तरह खुदाई की जा रही है उससे कच्चे मार्ग का आवागमन बाधित होने साथ ही मनमाने तरीके और नियमों का ताक पर रख कर जेसीबी से अंधाधुंध खुदाई के चलते इसके समीप से निकलने वाले कच्चे रास्ते पर दरार नजर आने लगी है वहीं ग्रामीणों को चिंता सता रही है कि नियम के विरुद्ध गहरी खुदाई के कारण बारिश में रास्ते को नुकसान होने के साथ साथ खेतों को भी नुकसान हो सकता है। जगह-जगह गहरे गड्ढे करने से जलाशय का स्वरूप बिगड़ता जा रहा है। जेसीबी से लगातार खुदाई कराई जा रही है। जनपद पंचायत ने सिर्फ गहरीकरण के साथ मिट्टी निकालने को कहा, परन्तु यहां मनमर्जी से जलाशय के हर किसी कौने में गहरे गड्ढे किए जा रहे है जिससे किनारों की मिट्‌टी धंसकने खतरा बन गया है। नदी के समीप से निकलने गांव मेलकी, थडोली, बडोली से पिपलोन एवं विनायका विरान जाने वाले कच्चे रास्ते आवागमन बाधित हो रहा है। ग्रामीणों का कहना है मनमाने गहरीकरण के कारण इस रास्ते पर दरारे नजर आने लगी है। इस तरह अंधाधुंध खुदाई चलती रही तो कच्चा रास्ता बारिश में धंस भी सकता है और आसपास के खेतों को नुकसान पहुंच सकता है। जागरुक लोगों का कहना है पिछले दो दिनों से गहरीकरण का कार्य रोक दिया गया था लेकिन फिर से मनमाने तरीके से शुरु कर दिया है।

हो सकते हैं हादसे :-

गहरे गड्ढों से बरसात के दिनों में कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। मनमर्जी से मिट्टी खनन किया जा रहा है। जो कि नदी के पेंदे में जगह-जगह गड्ढे करने से स्वरूप तो बिगड़ ही रहा है।

इनका कहना :-

यदि मानकों के विपरित खनन कार्य किया जा रहा है तो जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।

-- आर.के. पालनपुरे, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत, नीमच।

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