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बाबा साहेब ने समाजोद्वार के लिए व्यक्ति परिवर्तन का पथ प्रशस्त किया- पर्वतसिंह जाट

भगत मागरिया April 15, 2025, 9:10 am Technology

चीताखेड़ा। बाबा साहब का राष्ट्रवाद केवल भौगोलिक राष्ट्र से नहीं ,अपितु मनुष्य के जीवन से उभरता है। बाबा साहब न होते तो शायद भारत आज यह नहीं कह सकता कि भारत लोकतंत्र की जननी है।

उक्त विचार जनपद पंचायत सदस्य प्रतिनिधि पर्वत सिंह जाट ने चीताखेड़ा में सोमवार को बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर के 134 वें जन्मोत्सव के अवसर पर बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर जन्म जयंती समिति एवं भीम अनुयायियों के तत्वावधान में जीरन मार्ग पर स्थित बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर चौक पर सोमवार को आयोजित कार्यक्रम के दौरान उपस्थित भीम अनुयायियों से चर्चा करते हुए कहे। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद हम समतामूलक, स्वतंत्रता से युक्त मानवीय गरिमा से युक्त भारत की तरफ बढ़े। भारत एक दृष्टि से और भी विशिष्ट हैं। धर्मनिरपेक्षता के नाम पर नितांत भौतिकवादी दृष्टि परोसी जा रही थी, पर बाबा साहेब मनुष्य के जीवन में धम्म की आवश्यकता को भी प्रतिपादित करते हैं। मंडी समिति पूर्व सदस्य राजेन्द्र सिंह तोमर ने चर्चा करते हुए कहा कि बाबासाहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्व की उन महान विभूतियों में से हैं जिन्होंने समाजोंद्वार के लिए व्यक्ति परिवर्तन का पथ प्रशस्त किया। समाज में भौतिकता जीवन व्यवहार का हिस्सा है, लेकिन व्यक्ति के रूप में, ज्ञान के रूप में, विचार के रूप में सदविचार ग्रहण करके श्रेष्ठ समाज बनेगा। अजाक्स तहसील अध्यक्ष व मेघवाल समाज अध्यक्ष नागेश्वर जावरिया ने बाबा साहेब के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बाबा साहेब समग्रता में जिस भारत का सपना देख रहे थे समग्रता में जिस भारत की कामना और संघर्ष कर रहे थे उस संघर्ष के विविध आयाम है।उसको स्थापित करने और समझने का मार्ग केवल और केवल संवाद के माध्यम से मिलता है। बाबा भीमराव अंबेडकर समिति अध्यक्ष भगत मांगरिया ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि बाबा साहेब के कालखंड में पूरी दुनिया जाति व्यवस्था तथा रंगभेद से त्रस्त थी।इनको उपदेश से खत्म नहीं किया जा सकता था उसकी पूर्णता संविधान से प्राप्त हुई। कार्यक्रम के प्रारंभ में बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर द्वीप प्रज्जविलत व माल्यार्पण किया गया। शोभायात्रा में बड़ी संख्या में बाबा साहेब के अनुयायियों के हाथों में ध्वजा लहराते जय भीम के जयघोष करते नाचते झूमते हुए चल रहे थे ।

भव्य शोभायात्रा में मुख्य रूप से कमलेश मांगरिया, शांतिलाल जैन,ईश्वर लाल आर्य, मुकेश आर्य, लियाकत मंसूरी, नंदकिशोर जावरिया, बालमुकुंद जावरिया, मदनलाल माली, दशरथ आर्य,अरुण आर्य,भेरूलाल जावरिया सहित कई गणमान्य लोग विशेष मुख्य रूप से मौजूद थे। उन्होंने बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। वहीं सुरक्षा दृष्टि से पुलिस सहायता केंद्र चौकी प्रभारी श्री सिंघावत अपने दल बल के साथ पूरी तरह से मुस्तैद थे।

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