प्रदोष व्रत का हिंदू धर्म में बहुत खास महत्व होता है। इस व्रत को विधि-विधान से रखने और भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने से व्यक्ति को मनचाहा फल प्राप्त हो सकता है। अप्रैल के महीने में प्रदोष व्रत गुरुवार को पड़ रहा है, जिसके चलते इसे गुरु प्रदोष व्रत कहा जाएगा। माना जाता है कि इस दिन व्रत रखने और शिवजी की पूजा-अर्चना करने के साथ-साथ कुछ उपाय करने भी फलदायी होते हैं। बता दें कि इस बार अप्रैल के महीने में प्रदोष व्रत 10 तारीख, गुरुवार के दिन पड़ रहा है।
आइए जानते हैं गुरु प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव को प्रसन्न करने के 5 उपायों के बारे में,
जिन्हें करने से आपके ऊपर महादेव की कृपा बरस सकती है।
जल में काले तिल डालकर चढ़ाएं:-
गुरु प्रदोष व्रत के दिन सबसे पहले सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद साफ-सुथरे कपड़े पहने और फिर, शिव मंदिर जाएं। अब एक लोटा जल में कुछ काले तिल के दाने डाल लें। इसके बाद, इस जल को शिवलिंग पर अर्पित करें।
अब विधि-पूर्वक भगवान शिव की पूजा करें। अगर आप प्रदोष व्रत के दिन काले तिल से जुड़ा यह खास उपाय करते हैं, तो इससे महादेव आपसे प्रसन्न हो सकते हैं। साथ ही, जातक पर उनकी विशेष कृपा बनी रहती है और घर में सुख-समृद्धि आती है।
आटे का दीपक जलाएं:-
प्रदोष व्रत के दिन शिव जी की पूजा के दौरान उनके सामने आटे का दीपक जलाना बहुत शुभ माना जाता है। इसके लिए सबसे पहले घर पर आटे की मदद से 5 दीपक बनाकर तैयार कर लें। इसके बाद, दीपक में चार बत्ती लगाएं और इसे शिवलिंग की सामने जलाकर रखें। साथ ही, पूजा के दौरान शिवलिंग पर बेलपत्र भी जरूर अर्पित करें। यह भगवान शिव को बेहद प्रिय होते हैं। इस उपाय को गुरु प्रदोष व्रत के दिन करने से जीवन से नकारात्मकता दूर होती है और इसकी जगह सकारात्मक ऊर्जा का संचार होना शुरू हो सकता है।
इस मंत्र का करें जाप:-
महादेव की कृपा प्राप्त करने के लिए आप गुरु प्रदोष व्रत के दिन एक खास मंत्र का जाप भी कर सकते हैं। इस दिन व्रत के दौरान 'श्री शिवाय नमस्तुभ्यं' मंत्र का जाप करना लाभकारी साबित हो सकता है। इसके लिए सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद साफ वस्त्र धारण करें और फिर, भगवान शिव के सामने बैठ जाएं। अब शांत मन से बताए गए मंत्र का 108 बार जाप करें। सच्चे मन से और श्रद्धा पूर्वक इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति पर शिवजी की कृपा बनी रहती है। साथ ही, जीवन में खुशहाली आने लगती है।
पंचामृत से अभिषेक करें:-
गुरु प्रदोष व्रत के दिन शिवलिंग का पंचामृत से अभिषेक करना भी बहुत लाभकारी माना जाता है। इसके लिए व्रत वाले दिन सुबह जल्दी उठकर स्नानादि कर लें। अब शिवलिंग का सबसे पहले कच्चे दूध से अभिषेक करें। इसके बाद, दही, घी और शहद अर्पित करें। आखिरी में एक लोटा जल में थोड़ा सा गंगाजल मिलाएं और इससे शिवलिंग का जलाभिषेक करें। इस प्रकार से शिवलिंग का पंचामृत अभिषेक पूर्ण हो जाएगा। प्रदोष व्रत के दिन इस उपाय को करने से भगवान शिव प्रसन्न हो सकते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
कनेर के फूल अर्पित करें:-
भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए उन्हें कनेर के फूल अर्पित करना लाभकारी हो सकता है। गुरु प्रदोष व्रत में शिवजी की पूजा के दौरान उन्हें पीले और सफेद रंग के कनेर के फूल अर्पित करें। ऐसा करने से आपकी मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं। साथ ही, जीवन के दुखों से भी निजात मिल सकती है। हालांकि, लाल रंग के कनेर के फूल कभी भी भगवान शिव को अर्पित नहीं करने चाहिए। ऐसा करना शुभ नहीं माना जाता है। अखबार निकालने हैं साप्ताहिक गाड़ी में से