इस साल चैत्र नवरात्रि 30 मार्च से शुरू हो रही है. इस दौरान मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूरे विधि-विधान के साथ पूजा अर्चना की जाएगी.
इस दौरान सच्चे मन से मां दुर्गा की आराधना करने से सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और मां का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है.
नवरात्रि का आठवां और नौवां दिन बहुत महत्वपूर्ण होता है. इन दोनों तिथियों में कन्या पूजन किया जाता है. लेकिन इस बार अष्टमी और नवमी तिथि एक ही दिन पड़ रही है.
यानी इस बार नवरात्रि 9 नहीं बल्कि 8 दिन की होगी. इसके पीछे की क्या वजह है, इसी के बारे में आज हम आपको आगे आर्टिकल में बता रहे हैं.
चैत्र नवरात्रि में कब है अष्टमी, यहां जानिए पूजा विधि और तिथि:-
चैत्र नवरात्रि 8 दिन की क्यों:-
आपको बता दें कि इस बार पंचमी तिथि का क्षय हो रहा है. जिसके कारण अष्टमी और नवमी तिथि का संयोग एक साथ बन रहा है. इस प्रकार 5 अप्रैल को चैत्र नवरात्रि की अष्टमी तिथि का पूजन किया जाएगा और इस दिन ही कन्या पूजन भी होगा.
चैत्घर नवरात्रि घटस्थापना मुहूर्त :-
आपको बता दें कि नवरात्रि का पर्व घटस्थापना के साथ शुरू होता है.
30 मार्च को कलश स्थापना मुहूर्त सुबह 6 बजकर 13 मिनट से सुबह 10 बजकर 22 मिनट तक है फिर अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 1 मिनट से 12 बजकर 50 मिनट तक है.
चैत्र नवरात्रि अष्टमी मंत्र :-
अष्टमी मंत्र महागौरी शुभं दद्यान्महादेवप्रमोददा।।
या देवी सर्वभूतेषु मां गौरी रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।
बीज मंत्र श्री क्लीं ह्रीं वरदायै नम:।
पूजन मंत्र श्वेते वृषे समारुढा श्वेताम्बरधरा शुचि:।
महागौरी शुभं दद्यान्महादेव-प्रमोद-दा।।
सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके।
शरण्ये त्र्यंबके गौरी नारायणि नमोऽस्तुते।
चैत्र नवरात्रि नियम :-
नवरात्रि के समय तामसिक भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए. शराब, तंबाकू और मांसाहारी चीजें घर में नहीं लाएं. नाखून, बाल और दाढ़ी काटने से बचें. 9 दिन तक खाने में सरसों और तिल का सेवन नहीं करें. व्रत के दौरान सेंधा नमक का सेवन करें. चमड़े से बनी चीजों का इस्तेमाल नहीं करें.
नवरात्रि के दौरान काले रंग के कपड़े नहीं पहनें. किसी से झूठ और अपशब्द न बोलें. नवरात्रि के समय घर की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें.