कुकड़ेश्वर। यूं तो नीमच जिले का एक अदभुत व अद्वितीय भगवान श्री सहस्त्र मुखेश्वर महादेव की हजारो मुखी प्रतिमा वाले मन्दिर व शिवलिंग की महिमा चारो ओर है। विगत कई समय से किसी न किसी बात या मन्दिर के प्रबंधन की समिति न होने से मन्दिर की अनदेखी कई समय से हो रही है। वंही नीमच जिला कलेक्टर के अधीनस्थ प्रबंधन पर मनासा एस.डी.एम. व नायब तहसीलदार की देख रेख में वर्तमान में मंदिर प्रबंधन की व्यवस्था है। विगत कई समय से मंदिर में पुजारी को लेकर, व्यवस्थाओं को लेकर, घटनाओं को लेकर, मन्दिर प्रबंधन हेतु स्थानीय समिति को लेकर कुकड़ेश्वर नगरवासियो द्वारा आवाज भी उठाई गई। पर समस्या जस की तस बनी हुई है। भगवान श्री सहस्त्र मुखेश्वर महादेव मंदिर में आये दिन होने वाली अव्यवस्थाओं से सहजता से मुक्ति मिल सके इस हेतु स्थानीय स्तर पर नगर के वरिष्ठजन, शिवभक्तों व निरन्तर भगवान श्री सहस्त्र मुखेश्वर के आंगन में सेवा देने वाले धर्म प्रेमी व शिवभक्तों की एक स्थानीय स्तर पर समिति बनाई जानी चाहिए थी। पर आज दिनांक तक समिति न बनना, मन्दिर व भोलेनाथ के प्रति अनदेखी का अहसास कराता है। प्रशासन के अधिनस्त होने से मन्दिर की समस्याओं व अवस्थाओ पर त्वरित सुध न लेना, चिंताजनक है। वंही नगर के कई शिव भक्तों ने अवगत करवाया है कि स्थानीय स्तर पर समिति न होने से कुकड़ेश्वर नगर के प्रसिद्ध व आस्था के केंद्र पर अभावों व अव्यवस्थाओं से घिरा हुआ है। वंही नगरवासियो ने बताया की अगर जल्द से जल्द मन्दिर के प्रति ध्यान केंद्रित नही किया गया तो शिवभक्तों द्वारा इस बार मन्दिर के दान पात्र से राशि भी नही निकालने दी जाएगा। विरोध हेतु बाध्य होना पड़ेगा। समिति को लेकर कयास लगाए जा रहे है कि समिति में अपने अपने लोगो को सदस्य बनाने को लेकर भी लेट लतीफी की जा रही है, कंही न कंही मन्दिर समिति के निर्माण में राजनीतिक व गुटबाजी के चलते यह स्थिति निर्मित हो रही है। जो कि नगर व क्षेत्र की आस्था के केंद्र, धार्मिक स्थल, धर्म व नगर हित मे सही नही है। नगरवासियो ने मनासा विधान सभा विधायक अनिरुद्ध माधव मारू, नीमच जिला कलेक्टर, मनासा एसडीएम से व नगर के जिम्मेदारजन से अनुरोध किया है कि उपरोक्त समस्या पर त्वरित ध्यान केंद्रित करके, समस्या का निदान करे व नगर सहित क्षेत्र के लाखों शिवभक्तों को न्याय प्रदान करे।