नीमच । सड़कों का निर्माण करने वाले सभी विभाग सड़क सुरक्षा के मानकों का पालन सुनिश्चित करें। सभी ग्रामीण सड़कों की मरम्मत प्राथमिकता से करवाए।
नरवाई जलाने वाले किसानों के विरूद्ध अर्थदण्ड की कार्यवाही करें। अस्पताल, स्कूल, कॉलेज को सायलेंस झोन घोषित करें। यह निर्देश संभागायुक्त संजय गुप्ता ने गुरूवार को संभागीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में संभाग के सभी जिलों के अधिकारियों को दिए। बैठक में ए.डी.जी.पी. उज्जैन उमेश जोगा सहित संभाग स्तरीय समिति के सदस्य, अधिकारीगण उपस्थित थे। नीमच के एनआईसी कक्ष नीमच में वीडियों कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित इस बैठक में कलेक्टर हिमांशु चंद्रा, एसपी अंकित जायसवाल, जिला पंचायत सीईओ अमन वैष्णव, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नवलसिह सिसौदिया एवं आरटीओ नन्दलाल गामड़ भी उपस्थित थे। बैठक में संभागायुक्त गुप्ता ने निर्देश दिए कि जल जीवन मिशन के तहत पाईप लाईन की खुदाई के कारण सड़कों को हुई क्षति पर रोड रेस्टोरेशन का कार्य सर्वोच्च प्राथमिकता से पूरा करवाया जाए। उन्होने निर्देश दिए, कि उपार्जन केंद्रों एवं मण्डी में आने वाले ट्रेक्टर ट्रालियों पर प्रवेश के समय रिफलेक्टर लगाए जाए। संभागायुक्त ने कहा, कि हाईवे एवं अन्य सड़कों पर पर्याप्त साइनेज हो, स्पीड ब्रेकर, सड़क सुरक्षा मानकों के अनुरूप ही बनाए जाए। हाईवे पर सी.सी.टी.वी. कैमरे लगाए जाए और शतप्रतिशत स्कूल वाहनों का फिटनेस चेक कर लिया जाए। बैठक में ए.डी.जी.पी. उज्जैन उमेश जोगा ने सभी विभागों को सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए समन्वित सार्थक प्रयास करने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा, कि यातायात एवं सड़क सुरक्षा के प्रति व्यापक जनजागरूकता से ही सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सकती है।
उन्होने महाशिवरात्री मेले एवं पर्व को ध्यान में रखते हुए ओव्हरलोड वाहनों पर विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए है। बैठक में कलेक्टर चंद्रा ने संभागायुक्त को नयागांव से जावी- सीतामऊ, आगर होते हुए भोपाल नवीन सड़क निर्माण का कार्य आगामी सिंहस्थ को देखते हुए करवाने का सुझाव दिया, जिससे, कि उज्जैन सिंहस्थ जाने वाले श्रृद्धालुओं को नीमच जिले से उज्जैन के लिए एक अतिरिक्त वैकल्पिक मार्ग की सुविधा उपलब्ध हो सके। कलेक्टर ने सड़क सुरक्षा के मद्देनजर जिले में आयोजित विभिन्न गतिविधियों के बारे में भी अवगत कराया।