नीमच जिले की सभी दुग्ध समितियॉं पशुपालकों को पशुओं की संख्या बढ़ाने के लिए प्रेरित कर, अच्छी नस्ल के दुधारू पशुओं का पालन करवाए और दुग्ध उत्पादन बढ़ाने पर विशेष ध्यान दे। यह बात जिला पंचायत सीईओ अमन वैष्णव ने बुधवार को जिला पंचायत सभाकक्ष नीमच में कृषि विज्ञान केन्द्र, पशुपालन विभाग, आत्मा प्रोजेक्ट, जिला केन्द्रीय सहकारी मर्या.बैक,दुग्ध संघ एवं दुग्ध समितियों के सचिवों की संयुक्त बैठक में पशुपालकों को केसीसी, दुध उत्पादन एवं पशु संख्या बढाने के संबंध में चर्चा करते हुए कही।
बैठक में जिला पंचायत सीईओ वैष्णव ने दुग्ध उत्पादकों को केसीसी वितरण , सदस्यों की कुल पशु संख्या एवं औसत दुग्ध की आवक, कुल पशु संख्या एवं सदस्यों की पशु संख्या, मिल्क रूट आदि की समीक्षा कर निर्देश दिए गए, कि दुग्ध समितियों के सभी सदस्यों के फार्म भरवाकर उन्हें केसीसी जारी करवाए, जिन सदस्यों का केसीसी है लेकिन इनका नवीनीकरण होना है उनका भी समय पर नवीनकरण किया जाए, कोई भी सदस्य केसीसी के वंचित नही रहे। केसीसी के फार्म माह मार्च तक सभी सदस्यों के बैंक में प्रस्तुत हो जाए। उन्होने प्रति पशु दुग्ध उत्पादन को बढाने, पशुओं को पोष्टिक आहार वितरण की व्यवस्था करने, मिल्क रूट अनुसार गॉव की जनसंख्या के मान से पशु संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए। बैठक में जिला सहकारी केन्द्रीय बैक के प्रतिनिधि ने बताया कि गाय, भैस पर बैक द्वारा लोन सुविधा भी कम ब्याज पर उपलब्ध है,समितियों में सदस्य संख्या बढाने, नवीन समितियां बनाने, बंद समितियों को प्रारंभ करवाने, नवीन दो मिल्क रूट का प्रस्ताव 15 मार्च तक तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश दुग्ध संघ को दिए। बैठक में कृषि वैज्ञानिक डॉ.सी.पी.पचौरी, सहायक संचालक कृषि डॉ.यतिन महेता, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के आर.पी. नागदा, दुग्ध संघ के प्रकाश रत्नपारखी, पशु चिकित्सक डॉ.ए.आर.धाकड, सहित 22 से अधिक दुग्ध सहकारी समितियों के सचिव उपस्थित थे।