नीमच । सूरज की किरणों से बिजली के उत्पादन में नीमच जिला प्रदेश में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। नीमच जिला सौर ऊर्जा का हब बन रहा है। नीमच जिले के सिंगोली में 500 मेगावाट क्षमता का सौलर प्रोजेक्ट स्थापित है। प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने 20 दिसम्बर 2024 को आगर में आयोजित कार्यक्रम में 330 मेगावाट क्षमता के सिंगोली सोलर प्रोजेक्ट का लोकापर्ण किया है। सिंगोली सोलर प्रोजेक्ट के तहत यूनिट-3 ग्राम बडी में 170 मेगावाट क्षमता की निर्माणाधीन है। यूनिट एक बडावदा 160 मेगावाट एवं यूनिट-2 ग्राम कवई 170 मेगवाट क्षमता के सौलर प्रोजेक्ट से विद्युत उत्पादन प्रारंभ हो गया है। इन दो यूनिट को मेसर्स टी.सी.सूर्या द्वारा स्थापित किया गया है। इनमें प्रतिवर्ष 68 मिलीयन यूनिट बिजली बन रही है। जिसे भारतीय रेल और म.प्र.बिजली कम्पनी द्वारा लिया जा रहा है। सिंगोली सौलर परियोजना 704 हेक्टेयर जमीन पर स्थापित है, जो सिंगोली तहसील के ग्राम बडावदा, बडी कवई, खेडा मॉ का डोल, थडोद और अननिया गांव में स्थापित है। इस प्रोजेक्ट में सिंगल एक्सेस ट्रेकर टेक्नॉलॉजी का उपयोग किया गया है। ग्रामभगवानपुरा में स्थित है 151 मेगावाट क्षमता का सौर ऊर्जा प्लांट नीमच जिले की जावद जनपद के ग्राम भगवानपुरा में 151 मेगावाट क्षमता के सौर ऊर्जा प्लांट का निर्माण वेल्सपन सोलर एमपी प्राइवेट लिमिटेड द्वारा किया गया था और यह फरवरी 2014 से चालू है। वर्तमान प्रधानमंत्री एवं गुजरात के तत्कालिन मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने फरवरी 2014 में भगवानपुरा सौलर प्लांट का लोकार्पण किया था। यह प्लांट 305 हेक्टेयर भूमि पर फैला हुआ है और इसकी लागत लगभग 1100 करोड़ रुपये थी।यह प्लांट प्रतिवर्ष लगभग 216,372 टन कार्बन उत्सर्जन को कम करने में मदद करता है और लगभग 624,000 घरों को बिजली प्रदान करता है। तकनीकी विशेषताएं:-यह प्लांट पॉलीक्रिस्टलाइन सिलिकॉन फोटोवोल्टिक तकनीक का उपयोग करता है।इसमें 235 वॉट की क्षमता वाले सोलर पैनलों का उपयोग किया गया है।यह प्लांट 132 केवी के उच्च वोल्टेज पर बिजली उत्पादन करता है।यह प्लांट भारत में स्थापित सबसे बड़े सौर ऊर्जा प्लांट्स में से एक है।