चीताखेड़ा। 02 बीघा खेत में 3 किवंटल सवा लाख रुपए की लहसुन बोई थी। बेशकीमती लहसुन की फसल में खाद,कई तरह के रोगों की रोकथाम हेतु महंगे भाव की दवाईयों का छिड़काव कर खून पसीना बहा कर फसल को तैयार किया। खेत के पड़ोसी ने व्यक्ति गत पूरानी दुश्मनी का बदला लेने के लिए रात को जहरीली दवाई छिडक करके लाखों रुपए की फसल को सुखाकर नष्ट कर दी है।
पड़ोसी इतना शातिर है कि एक दिन पहले थाने में शासकीय भूमि पर अतिक्रमण करने की उल्टी झूठी शिकायत कर साहूकार बन गया कि कहीं मेरे खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज नहीं करवा दे। पीड़ित किसान ने फसल में हुए नुकसान की थाना पुलिस जीरन, जिला कलेक्टर, जिला पुलिस अधीक्षक, उद्यानिकी विभाग में उप संचालक को नामजद लिखित में मौका मुआयना कर उचित मुआवजा एवं खुरापाती के खिलाफ कानूनी कार्यवाही हेतु आवेदन पेश किया गया परंतु 23 दिन बाद भी कोई कार्यवाही नहीं की गई। पुलिस विपक्ष के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाए फरियादी को डरा-धमका रही है। उल्लेखनीय है कि प्रार्थी ने इस वर्ष मोज़ा ग्राम भडकसनावदा में स्थित कृषि भूमि सर्वे नंबर 43/4 रकबा 0.41 हेक्टेयर में बेशकीमती सवा लाख रुपए की लहसुन की चुपाई कर फसल बोई थी जिसे विपक्षीगण व अन्य साथियों ने प्रार्थी की लहसुन की फसल में रात्रि में दवा छिड़ककर फसल सुखा दी।
जिससे प्रार्थी को आर्थिक नुकसान हुआ है। 23 दिन गुजर जाने के बाद भी अभी तक ना तो कार्रवाई हुई और ना ही नुकसानी का सर्वे और ना ही कोई मौजा पटवारी और ना ही अभी तक कोई उद्यानिकी विभाग से मौका मुआयना तक करने नहीं आया। पीड़ित किसान रघुवीर मेघवाल का कहना है कि मेरी बेश कीमती जमीन हथियाने के उद्देश्य से आए दिन फसलों में नुकसान के साथ अन्य नुकसान पहुंचा कर मुझे बेदखल कर अपना आधिपत्य स्थापित करने की नियत से गांव का ही मेरी ही जाति का नारायण मेघवाल उनके दोनों बेटे और साथियों के साथ आए दिन मुझे किसी ने किसी तरह से प्रताड़ित करता रहता है। जबकि खुद विपक्षी नारायण लाल मेघवाल ने दो बीघा के पट्टे की जमीन से लगी लगभग 15 से 20 बीघा शासकीय भूमि पर कब्जा कर रखा है। जिसकी शिकायत भी मैंने जिला कलेक्टर,जीरन तहसील में भी कर रखी है लेकिन विपक्षी की जांच करने के बजाय पुलिस उल्टे मुझे ही धमका रही है। इनका कहना :- मैं विभागीय किसी आवश्यक कार्य में व्यस्त था। हम एकाध रोज में इस मामले में एक कमेटी बनाकर मौका मुआयना करेंगे। --अतर कनोजी, उद्यानिकी विभाग नीमच। आवेदन प्राप्त हुआ है उसी अनुसार हमने तहसील में कार्यवाही हेतु भेज दिया है।यह मामला तहसीलदार के स्तर का है। --थाना प्रभारी बी.एल. भाभर, पुलिस थाना जीरन। अभी मैं नया नया आया हूं मामला मेरी जानकारी में नहीं आ है। अगर फसल में किटनाशक दवा का छिड़काव का है तो पुलिस में मुकदमा दर्ज होगा कि किसने किया। उसके बाद मामला तहसील में आएगा।
---तहसीलदार यशपाल मुजावदिया, तहसील जीरन।