सिंगोली। कक्षा 1 से लेकर 8 तक की मान्यता के कठोर नियमों को लेकर आशासकिय विद्यालयों मेँ भारी रोष देखा जा रहा है जहाँ शासन ने 40000/ की fd और रजिस्ट्रीकृत किराया नामा को अनिवार्य कर दिया है जिसकी वजह से प्राइवेट स्कूलो पर भारी आर्थिक बोझ बड़ रहा है साथ ही ग्रामीण अंचलो मै सम्पदा 2 के अंतर्गत रजिस्ट्रीकृत किराया नामा न होने की वजह से कई स्कूल बंद होने की कगार पर है। ज्ञात रहे की अशासकीय विद्यालय बहुत ही कम शुल्क मै विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराते है। लेकिन शासन बड़े स्कूलो की और देख क़र नए नियम बना देता है
जिससे मध्यम स्तरीय स्कूल बंद होने की कगार पर है मान्यता नियमों मै आ रही बधाओं को देखते हुए अशासकीय शिक्षण संघ सिंगोली तहसील के सचिव ने प्रेस नोट मेँ बताया की ये समस्या किसी एक स्कूल की नहीं वरन पुरे प्रदेश की है और पुरे प्रदेश के अशासकीय विद्यालय कल शांतिपूर्ण तरिके से एक दिवसीय बंद रखेंगे और यदि उसके बाद भी शासन ने हमारी बात नहीं मानी तो भोपाल जाकर वरिष्ठ पदाधिकारीयों के मार्गदर्शन मेँ प्रदर्शन किया जायेगा श्री जैन ने बताया की सभी की शासन से मांग है की रजिस्ट्रीकृत किराये नाम की जगह नोटरी कृत किराये नाम को मंजूरी दी जाये और fd की व्यवस्था को बंद क़र हऱ वर्ष मान्यता के बजाय स्कूलो को राजस्थान की तरह स्थायी मान्यता प्रदान की जायें। अशासकीय शिक्षण संघ सिंगोली के अध्य्क्ष प्रकाश चंद जोशी ने भी शासन की नीतियों के विरुद्ध एक दिवसीय बंद का समर्थन क़र कल जिले के सभी स्कूलो को बंद रखने की अपील की है।