नीमच । जिले के सभी सेक्टर मेडिकल आफीसर एवं शासकीय चिकित्सक अपने निर्धारित मुख्यालय पर ही एक सप्ताह में निवास करना सुनिश्चित करें। यदि कोई मेडिकल आफिसर एक सप्ताह में अपने मुख्यालय पर निवास करना नहीं पाया गया, तो संबंधित का वेतन का आंहरण नहीं करें और की गई कार्यवाही से मुख्य चिकित्सा अधिकारी अवगत कराए। यह निर्देश कलेक्टर हिमांशु चंद्रा ने गुरूवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष नीमच में आयोजित मातृ मृत्यु प्रकरणों की समीक्षा करते हुए दिए।
बैठक में कलेक्टर चंद्रा ने जिले में प्रसव के दौरान मातृ मृत्यु प्रकरणों की एक-एक कर विस्तार से समीक्षा की और परिजनों से चर्चा कर, जानकारी ली। बैठक में कलेक्टर ने भरभडिया की एक महिला की लासुर में हुई प्रसुति उपरांत मातृ मृत्यु के प्रकरण की समीक्षा के दौरान निर्देश दिए, कि तत्कालीन अनुबंधित चिकित्सक डॉ.आदित्य नेहरा द्वारा संबंधित महिला को अटेंड नहीं करने पर चिकित्सक डॉ.आदित्य नेहरा का प्रमाण पत्र निरस्त करने के लिए एमसीआई को प्रस्ताव भिजवाए। कलेक्टर ने लासुर की एएनएम श्रीमती ममता राजावत द्वारा अब तक की गई हाई रिस्क प्रसव की विस्तृत जॉंच कर, प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए, कि संबंधित एएनएम द्वारा उच्च संस्था में रेफर कितनी प्रसुताओं का प्रसव लासुर में करवाया गया। इसकी विस्तृत जॉंच रिर्पोट प्रस्तुत करने के निर्देश मुख्य चिकित्सा अधिकारी को दिए। कलेक्टर चंद्रा ने माह अप्रेल से दिसम्बर 2024 तक के मातृ मृत्यु प्रकरणों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए, कि प्रसव में जुड़े मामलों में कोई लापरवाही बर्दास्त नहीं की जाएगी तथा कठोर कार्यवाही की जाएगी। इस अवसर पर चंद्रा ने सीएमएचओ को निर्देश दिए कि जब भी जिला चिकित्सालय में महिला चिकित्सक अवकाश पर हो, तो उसके स्थान पर अन्य चिकित्सक की व्यवस्था सुनिश्चित करें तथा इसकी सूचना फील्ड स्तर पर पहुंचाए। समस्त मृत्यु के प्रकरणों की समीक्षा उपरांत विभाग को निर्देशित किया कि प्रत्येक गर्भवती महिला की प्रथम त्रैमास में पंजीयन, सीएचओ द्वारा चार बार जॉंच, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान में उच्च जोखिमवालीगर्भवती महिला का पंजीयनतथासंस्थागत प्रसवकरवाना सुनिश्चित करें।
विभागीय स्टाफ नियत समय पर हास्पीटल में उपस्थित रहे, मशीने क्रियाशील हो तथा लेब से सभी रिर्पोट समय पर मरीजों को उपलब्ध हो। 108 की क्रियाशीलता की समीक्षा कर निर्देशित किया, कि एम्बुलेंस की उपलब्धता में अनावश्यक विलंब ना हो। प्रसूता को मेडिकल आफिसर द्वारा ही उच्च संस्था में रैफर किया जावे। बैठक में 100 दिवसीय निक्षय अभियान एवं 70 से अधिक उम्र के वृद्धजन के आयुष्मान कार्ड अभियान प्रगति की भी समीक्षा की गई। बैठक में जिला पंचायत सीईओ अरविंद डामोर , मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.दिनेश प्रसाद, सिविल सर्जन डॉ.महेन्द्र पाटील, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.आर.के.खद्योत, सभी बीएमओ, शासकीयचिकित्सक, डीसीएम चंद्रपाल सिह राठौर, सेक्टर मेडिकल आफिसर आदि उपस्थित थे।