अनुभूति कार्यक्रमविद्यार्थियों को कराया जंगल का भ्रमण, पशु पक्षी वनस्पतियों के बारे में बताया

Neemuch headlines January 9, 2025, 7:29 pm Technology

नीमच । प्रकृति का सानिध्य पाने के लिए शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय झांतला के 120 विद्यार्थी गुरुवार को घने जंगल स्थित मोडि़या महादेव में रतनगढ़ वन विभाग द्वारा आयोजित अनुभूति कार्यक्रम में सहभागिता की। विभाग द्वारा बच्चों को प्रकृति संरक्षण एवं वन्य पशु संरक्षण संबंधी जानकारियां दी गई। वृक्षों से सजे इस घने जंगल, पहाड़ो में बच्चों ने दिनभर सैर-सपाटा किया। नई पीढ़ी को प्रकृति से जोड़ने एवं पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करने के लिए मप्र ईको पर्यटन विकास बोर्ड वन विभाग द्वारा अनुभूति कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

इस कार्यक्रम में उपवन मंडलाधिकारी दशरथ अखंड ने छात्र एवं छात्राओं को वन्‍य, पर्यावरण संरक्षण एंव वन्य जीवों के संरक्षण की जानकारी दी। मास्टर ट्रेनर नयन मालवीय , भूपेंद्र बैरागी, सदा शिव धाकड़ व इकराम क़ुरैशी ने विद्यार्थियों को वनों की सरंचना का महत्व वन्य प्राणियों व वन्य जीव जंतुओं के बारें में विस्तार से बताया । रतनगढ़ वन परिक्षेत्र अधिकारी श्री पीएल गहलोत, डिफ्टी रेंजर श्री अजय कुमार तोमर , डिफ्टी रेंजर बीएल दायमा,डिफ्टी रेंजर तरुण बोरीवाल, ने बच्चों को जंगल का भ्रमण करवाया और वहॉ पाये जाने वाले पक्षी व वनस्पतियों के बारे में जानकारी दी । अंत मे मोडि़या महादेव मंदिर परिसर पर दिन भर की गतिविधियां से संबंधी प्रश्नोत्तरी पर 30 अंकों का प्रश्‍न पत्र दिया, जिसे विद्यार्थियों ने 30 मिनिट में हल किया।30 प्रश्नों के इस प्रश्‍न पत्र में जिले से जुड़ी वन संपदा वन्य जीवों व सामान्य ज्ञान से संबंधित प्रश्न थे, जिन्‍हें विद्यार्थियों ने हल किया। कार्यक्रम के समापन पर प्रश्नोत्तरी में प्रथम द्वितीय व तृतीय पर रहने वाले छात्र छात्राओं के साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रस्तुति देने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया।

चार समुह में विद्यार्थियों ने जंगल को समझा इस अनुभूति शिविर में वनकर्मियों ने विद्यार्थियों को पक्षियों के रोचक संसार के बारे में बताया की पक्षियों में गिद्ध की आयु सर्वाधिक मानी गई हैं। गिद्ध सूर्य की ओर देर तक टकटकी लगाये रखने के लिए भी जाना जाता है । वन विभाग द्वारा बच्चो और भी कई सारे वन्यजीवों व वन संपदा के बारे में जानकारी दी। विद्यार्थियों को सागौन लकड़ी का महत्व बताया उपवन मंडलाधिकारी दशरथ अखंड ने विद्यार्थियों को सागोन पेड़ के बारे में विस्तार से बताया कि मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा सागौन के पेड़ उपलब्ध है। इस पेड़ की लकडी सबसे ज्यादा महंगी होती है, वही इससे कई बेहतरीन खिड़की दरवाजे व अन्य कीमती सामग्री बनाई जाती है। इस लकड़ी से राज्य सरकार को अधिक राजस्व प्राप्‍त होता है।

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