नीमच। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को होने वाली गोवर्धन पूजा का खास महत्व होता है. गोवर्धन पूजा दिवाली के अगले दिन की जाती है।
कई लोग इसे अन्नकूट के नाम से भी जानते हैं. अन्नकूट शब्द का अर्थ होता है अन्न का समूह। विभिन्न प्रकार के अन्न को समर्पित और वितरित करने के कारण ही इस उत्सव या पर्व का नाम अन्नकूट पड़ा है.
इस दिन अनेक प्रकार के पकवान, मिठाई से भगवान को भोग लगाया जाता है।
गोवर्धन पूजा शुभ मुहूर्त :-
गोवर्धन पूजा की प्रतिपदा तिथि की शुरुआत 01 नवबंर यानी शाम को 6 बजकर 16 मिनट पर शुरू हो चुकी है और तिथि का समापन 2 नवंबर यानी आज रात 8 बजकर 21 मिनट पर होगा. उदयातिथि के अनुसार, इस बार गोवर्धन और अन्नकूट का त्योहार 2 नवंबर को ही मनाया जाएगा।