नई दिल्ली। कई साधक मासिक शिवरात्रि पर भगवान शिव के निमित्त व्रत भी करते हैं। यह तिथि भोलेनाथ की कृपा प्राप्ति के लिए काफी उत्तम मानी गई है। ऐसे में यदि आप इस दिन शुभ मुहूर्त में विधिवत रूप से भगवान शिव की पूजा-अर्चना करते हैं, तो इससे आपके जीवन की कई समस्याएं हल हो सकती हैं। ऐसे में चलिए जानते हैं मासिक शिवरात्रि का शुभ मुहूर्त और पूजा मंत्र। मासिक
शिवरात्रि शुभ मुहूर्त :-
पंचांग के अनुसार, कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष चतुर्दशी तिथि का आरंभ 39 अक्टूबर को सुबह 08 बजकर 39 मिनट पर हो रहा है।
वहीं इस तिथि का समापन 30 अक्टूबर को सुबह 10 बजकर 29 मिनट पर होगा। ऐसे में मासिक शिवरात्रि का व्रत बुधवार, 30 अक्टूबर को किया जाएगा।
मासिक शिवरात्रि की पूजा मध्य रात्रि में की जाती है। इसलिए इस दिन शिव जी की पूजा का मुहूर्त कुछ इस प्रकार रहने वाला है
- मासिक शिवरात्रि पूजा मुहूर्त - रात्रि 11 बजकर 43 से 30 नवंबर 12 बजकर 37 मिनट तक ।
शिव जी के मंत्र:-
शिव मूल मंत्र - ॐ नमः शिवाय॥
भगवान शिव का गायत्री मंत्र - ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥
महामृत्युंजय मंत्र - ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् |
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात् ||
शिव जी का ध्यान मंत्र - करचरण कृतं वाक्कायजं कर्मजं वा।
श्रवणनयनजं वा मानसं वापराधं।
विहितमविहितं वा सर्वमेतत्क्षमस्व।
जय जय करुणाब्धे श्रीमहादेव शम्भो ॥
रुद्र मंत्र - ॐ नमो भगवते रुद्राये।।