कब और क्यों मनाया जाता है अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस, जानें क्या है 2024 की थीम अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस 2024

Neemuch headlines October 11, 2024, 11:58 am Technology

अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस या इंटरनेशनल डे ऑफ गर्ल चाइल्ड मनाया जा रहा है। और हर साल भारत में 24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है। चांद तक पहुंच चुकी दुनिया में, बालिकाओं की खिलखिलाहट आज भी उपेक्षित है, बालिकाएं, बेटियां आज भी हमसे अपने हक के लिए लड़ रही हैं। अपनी खिलखिलाहट से सभी को खुशी देने वाली लड़कियां आज भी खुद अपनी ही खुशी से महरूम हैं।

आज भी वह उपेक्षा और अभावों का सामना कर रही हैं। अत: इस दिन को मनाने का निर्णय लिया गया। अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस का इतिहास क्या है : इंटरनेशनल डे ऑफ गर्ल चाइल्ड के इतिहास पर नजर डालें तो संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 19 दिसंबर 2011 को इस बारे में एक प्रस्ताव पारित किया था, जिसमें बालिकाओं के अधिकारों एवं विश्व की उन अद्वितीय चुनौतियों का, जिनका कि वह मुकाबला करती हैं, को मान्यता देने के लिए 11 अक्टूबर 2012 को अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस मनाए जाने का निर्णय लिया गया। अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस मनाने की प्रेरणा कनाडियाई संस्था प्लान इंटरनेशनल के 'बिकॉज आई एम गर्ल' अभियान से मिली। इस अभियान के तहत वैश्विक स्तर पर लड़कियों के पोषण के लिए जागरूकता फैलाई जाती थी। पहला इंटरनेशनल डे ऑफ गर्ल चाइल्ड कब मनाया गया ।

आपको बता दें कि दुनियाभर में 11 अक्टूबर 2012 को पहला अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया गया था। हर जगह अपना योगदान करने वाली और चुनौतियों का सामना कर रही बालिकाओं/ लड़कियों के अधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाने, उनके सहयोग के लिए दुनिया को जागरूक करने के लिए इस दिवस का आयोजन किया गया। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार विश्वभर में बहुत-सी लड़कियां गरीबी के बोझ तले जी रही हैं लड़कियों को शिक्षा मुहैया नहीं हो पाती। दुनिया में हर तीन में से एक लड़की शिक्षा से वंचित है। अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस मनाने का उद्देश्य क्या है : लड़कियां आज लड़कों से एक कदम आगे हैं, लेकिन आज भी वह भेदभाव की शिकार हैं। और इसी भेदभाव को मिटाने के लिए और उनकी सुरक्षा के लिए भी अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है।

11 अक्टूबर को करीबन विश्वभर के 50 से ज्यादा देशों द्वारा अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है। अत: अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस का मकसद है बालिकाओं के मुद्दे पर विचार करके इनकी भलाई की ओर सक्रिय कदम बढ़ाना है तथा गरीबी, संघर्ष, शोषण और भेदभाव का शिकार हो रही लड़कियों को शिक्षित करके उनके सपनों को पूरा करने के लिए कदम उठाने पर ध्यान केंद्रित करना इस दिन का मुख्य उद्देश्य है। वर्ष 2024 में अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस की थीम- हर साल अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर अलग थीम तैयार की जाती है तथा वर्ष 2024 में इस दिन की थीम 'भविष्य के लिए बालिकाओं का दृष्टिकोण' (Girls' Vision for the Future) तय की गई है। जिसका उद्देश्य लड़कियों को कल्पना की उड़ान भरने तथा उनका भविष्य उज्ज्वल बनाने में मदद करके उस पर ध्यान केंद्रित करना है। जिसका अर्थ यह भी कहा जा सकता है कि लड़कियां क्या चाहती हैं, यह सुनिश्चित करना तथा उनकी बातों को सुनना और उन्हें सपनों को हासिल करने के लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराना भी है।

बता दें कि शिक्षा से लड़कियां न सिर्फ शिक्षित होती हैं बल्कि उनके अंदर आत्मविश्वास भी पैदा होता है। वह अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होती हैं और उनका शिक्षित होना गरीबी दूर करने में भी सहायक होता है।

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