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तपस्या जैन भवन में आगम वाचना में आचार्य श्री जिन सुंदर सूरीश्वर जी मसा ने मार्ग दर्शन दिया, 11 दिवसीय 45 धर्मागम ग्रंथ वाचना की पूर्णाहुति पर निकली यात्रा

Neemuch headlines September 29, 2024, 6:05 pm Technology

नीमच। जहां भगवान की प्रतिमा स्थापित होती है नीमच वहां आसपास सभी के विचार पवित्र रहते हैं। भगवान की प्रतिमा के आसपास कोई भी संकट नहीं आता है। वहां आसपास रहने वाले सभी लोगों के मन में अच्छे विचार ही आते हैं कभी बुरे विचार नहीं आते हैं।

हम जब भी मंदिर में पहुंचते हैं तो हमें एक अलग प्रकार की आत्म शांति की अनुभूति होती है। भगवान जहां भी जाते हैं वहां से पाप भाग जाते हैं। यह बात आचार्य जिन सुंदर सुरीश्वर श्री जी महाराज ने कहीं। वे जैन श्वेतांबर श्री भीड़ भंजन पार्श्वनाथ मंदिर श्री संघ ट्रस्ट पुस्तक बाजार के तत्वावधान में मिडिल स्कूल मैदान स्थित जैन भवन में 45धर्म आगम पर्व पर 11 दिवसीय श्रृंखला के अंतर्गत आयोजित धर्म सभा में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि सभी युवा वर्ग भगवान की प्रतिमा को अपने घर के द्वार पर स्थापना से पहले पाप कर्मों को त्याग करने का संकल्प लेवे तो उनके जीवन में क्रांतिकारी परिवर्तन सामने आएंगे। इस अवसर पर पन्यास मुनी तत्व विजय जी महाराज साहब ने कहा कि धार्मिक त्योहार संस्कृति सुरक्षा के लिए होना चाहिए विनाश के लिए नहीं। देश में नवरात्रि के पावन उपलक्ष्य में होने वाले माता रानी के गरबो की आड़ में युवा वर्ग में अनैतिक कार्य चलते हैं। हमारे परिवार की बा बहन बेटियां की लज्जा सुरक्षित नहीं रह पाती है इसलिए संकल्प लेकर इसे गरबा पश्चिमी संस्कृति के फुहड़ अश्लील कार्यक्रमों में कभी भी भाग नहीं लेंवे।

बेटियों के चरित्र की रक्षा करना है तो नवरात्रि गरबा में जाने का त्याग करना होगा। माता रानी की आराधना सच्चे मन से घर पर ही रहकर तपस्या उपवास भक्ति कर की जा सकती है तो उसका फल कई गुना मिलेगा। माता-पिता को स्वयं भी अपने संस्कारों में सुधार करना होगा तो बेटे बेटियों में अपने आप सुधार आ जाएगा। माता- पिता को शिवाजी प्रताप और महावीर के सिद्धांतों पर चलकर अपने जीवन की दिनचर्या को आगे बढ़ना होगा तभी युवा पीढ़ी धार्मिक नैतिक संस्कारों से जुड़कर अपनी आत्मा का कल्याण करने की ओर अग्रसर हो सकती है। इस अवसर पर सभी श्रद्धालु अपने-अपने साथ अपनी अपनी प्रभु पार्श्वनाथ की पाषाण प्रतिमा लेकर आए थे जिसको सभी ने आसन स्थापित कर गुलाब के पुष्प अर्पित किए। अक्षत अर्पित किए। दीप प्रज्वलित किया। श्रीफल और नैवेद्यअर्पित किया गया और आचार्य श्री द्वारा मंत्र उच्चारण के साथ पूजा अर्चना सामूहिक रूप से करवाई गई। धर्म सभा में भजन गायक कलाकार मनीष मेहता द्वारा मेरे सोए हुए भाग आज जाग जाएंगे प्रभु आज आएंगे...... सहित विभिन्न भजन प्रस्तुत किए तो श्रद्धालु मंत्र मुक्त हो गए। इस अवसर पर श्री संघ द्वारा मनीष मेहता का सम्मान किया गया। सामुहिक गुरु वंदना की गई।

इस अवसर पर आचार्य श्री द्वारा सभी श्रद्धालु भक्तों को मांगलिक श्रवण कर कर आशीर्वाद प्रदान किया गया। धर्म सभा का संचालन ट्रस्ट सचिव मनीष कोठारी ने किया। पार्श्वनाथ प्रभु जी नी की प्रतिमा जुलूस में उमड़े श्रद्धालु भक्त - पूज्य आचार्य भगवंत ी जिनसुंदर सुरिजी मसा, धर्म बोधी सुरी श्री जी महाराज आदि ठाणा 8 का सानिध्य में रविवार सुबह 8:30 बजे पुस्तक बाजार भीडभंजन पार्श्वनाथ मंदिर से पार्श्वनाथ प्रभु जी की प्रतिमा का विशाल जुलूस निकाला गया जो नगर के प्रमुख मार्गो से होता हुआ जैन भवन पहुंचकर धार्मिक अनुष्ठान में परिवर्तित हो गया। पर प्रभु पार्श्वनाथ की प्रतिमा को अभिमंत्रित कर सभी परिवार जनों को वापस लौटा दी गई। सभी अपने शुभ मुहूर्त में अपने घर के प्रवेश द्वार पर इस प्रतिमा को 12 अक्टूबर को सुबह 11:15 से 12:30 के मुहूर्त के बीच सभी अपने घर के प्रवेश द्वार पर स्थापित कर सकते हैं स्थापित करेंगे। प्रतिमा के धर्म शुभ लाभार्थी सुशील कुमार, राजेंद्र कुमार प्रथम तन्मय, डूंगरवाल परिवार थे। परिवार जनों ने आचार्य श्री से आशीर्वाद ग्रहण किया। प्रतिमा सभी परिवार को निःशुल्क प्रदान की गई।

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