आज विश्व पर्यटन दिवस है। हर साल 27 सितंबर को दुनिया भर में पर्यटन के सामाजिक और सांस्कृतिक प्रभाव को पहचानने के ये दिन मनाया जाता है। विश्व पर्यटन दिवस एक वैश्विक कार्यक्रम है जो सांस्कृतिक आदान-प्रदान, आर्थिक विकास और अंतर्राष्ट्रीय समझ को बढ़ावा देने में पर्यटन के महत्व का जश्न मनाने के लिए समर्पित है।
पर्यटन एक महत्वपूर्ण उद्योग है जो देशों के आर्थिक विकास में योगदान देता है, रोजगार के अवसर पैदा करता है और विभिन्न पृष्ठभूमि के लोगों के बीच सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देता है। आज के दिन मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शुभकामनाएं देते हुए मध्य प्रदेश में पर्यटन के क्षेत्र में हासिल उपलब्धियों का उल्लेख किया है।
इतिहास और उद्देश्य विश्व पर्यटन दिवस की स्थापना 1979 में विश्व पर्यटन संगठन (UNWTO) की महासभा में की गई थी और पहली बार इसे 1980 में मनाया गया। इसे 27 सितंबर को मनाने का एक मुख्य कारण यह है कि यही वह दिन था जब 1970 में UNWTO के संविधान को स्वीकार किया गया था, जो विश्व पर्यटन के क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित हुआ। इसका उद्देश्य है पर्यटन के लाभों को समझाना और यह दिखाना कि कैसे यह न केवल विभिन्न संस्कृतियों को जोड़ता है बल्कि यह आर्थिक विकास में भी योगदान देता है। इस साल की थीम इस वर्ष, यह दिन पर्यटन और शांति के बीच संबंध पर केंद्रित है।
संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन (UNWTO) ने विश्व पर्यटन दिवस की थीम ‘पर्यटन और शांति’ घोषित की है। यह विषय राष्ट्रों और संस्कृतियों के बीच शांति और समझ को बढ़ावा देने और सुलह प्रक्रियाओं का समर्थन करने में पर्यटन क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालता है।
महत्व पर्यटन से न केवल सांस्कृतिक आदान-प्रदान होता है बल्कि यह रोजगार के अवसर भी उत्पन्न करता है। विश्व पर्यटन संगठन के अनुसार, वैश्विक अर्थव्यवस्था में पर्यटन उद्योग का योगदान निरंतर बढ़ता जा रहा है, विशेष रूप से विकासशील देशों में जहां यह आर्थिक विकास का एक प्रमुख स्त्रोत बन गया है। पर्यटन उद्योग विभिन्न देशों की अर्थव्यवस्था में एक महत्वपूर्ण योगदान करता है। यह स्थानीय व्यापार को बढ़ावा देता है और रोजगार के नए अवसर उत्पन्न करता है। विभिन्न देशों और संस्कृतियों के बीच आपसी समझ बढ़ाने में पर्यटन का अहम योगदान है। यह सांस्कृतिक धरोहरों की सुरक्षा और संरक्षण में भी मदद करता है।
विश्व पर्यटन दिवस का उद्देश्य न केवल पर्यटन के महत्व को उजागर करना है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करना है कि पर्यटन को सतत और जिम्मेदार ढंग से संचालित किया जाए। यह दिन हमें याद दिलाता है कि यात्रा और पर्यटन से न केवल हमारी दुनिया को करीब लाने का अवसर मिलता है, बल्कि यह हमारी आर्थिक और सामाजिक समृद्धि में भी महत्वपूर्ण योगदान देता है।