नीमच। मध्य प्रदेश के नीमच जिले से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आई है, जहां नगर पालिका ने बुजुर्ग महिला की झोपड़ी पर स्वच्छता अभियान के नाम पर बुलडोजर चलाया। इस दौरान महिला वहां पर मौजूद नहीं थी। बुजुर्ग महिला के दामाद का कहना है कि उनकी सास बीमार है, इसलिए वह बड़नगर में इलाज कराने गई है।
उनकी गैर मौजूदगी में नगर पालिका ने बिना किसी नोटिस के उनकी झोपड़ी पर बुलडोजर चला दिया, जबकि वहां पर पट्टा मिला हुआ है। इसलिए उनकी मांग है कि उनकी सास को वापस मकान बनाकर दिया जाए। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने बुलडोजर पर रोक लगा दी है। इसके बावजूद, नगर पालिका ने बुलडोजर कार्रवाई की। वहीं, अब इस मुद्दे को लेकर राजनीति भी शुरू हो चुकी है। मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ट्वीट करते हुए यह लिखा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा बुलडोजर कार्रवाई प्रतिबंधित है, लेकिन नीमच में खुलेआम इस घटना को अंजाम दिया गया है। इसके साथ ही उन्होंने सरकार पर भी निशाना साधा है। नपा सीएमओ ने कही ये बात बता दें कि 70 वर्षीय विधवा बरकत बाई लायन्स डेन के पास अपनी बेटी के साथ खाली जमीन पर कच्ची झोपड़ी में रहती थी। साल 2008 में महिला ने अपनी समस्या पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान को बताई थी, तब उन्हें अस्थाई पट्टा मिल गया था। इसके बावजूद आज नपा ने स्वच्छता अभियान की कार्रवाई बताते हुए उनकी झोपड़ी पर बुलडोजर चला दिया।
इधर, नगर पालिका सीएमओ महेंद्र वशिष्ठ का कहना है कि जिस स्थान पर सफाई की गई है, वहां कोई भी नहीं रहता था। यह जगह नगर पालिका के फायर स्टेशन के लिए आरक्षित है, इसलिए गंदगी की सफाई की गई है।