चीताखेड़ा । आज किसान फसलों के दाम को लेकर हैरान और परेशान है, मगर उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। किसानों एवं आमजन को भाजपा हमेशा से शेख चिल्ली का सपना दिखाने में माहिर रही है। जब जब भी किसान फसलों के दामों का मामला हो या फिर खाद बीज का, अपनी वाजिब मांगों को लेकर सड़कों पर उतरा है तब तब भाजपा सरकार ने किसानों की मांगों को स्वीकार करने के बजाय उन पर लाठियां तो कभी पानी की बौछारें तो कभी बंदुक की गोलियां बरसा कर किसानों की मौत का खेल खेलती रही और मानसिक व शारीरिक प्रताड़ना के अलावा कुछ नहीं दिया।
उक्त बात महिला जीरन ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा मांगरिया ने किसानों की खुन पसीने से उपजाई बेशकीमती सोयाबीन फसल के 6 हजार रुपए प्रति क्विंटल मूल्य पर खरीदी जाए इस पर केंद्र एवं प्रदेश की अंधी- बहरी ओर गूंगी निकम्मी भ्रष्ट किसान, गरीब मजदूर एवं जनविरोधी भाजपा सरकार की नितियों के खिलाफ आड़े हाथों लेते हुए कहा कि विगत पिछले 4 सालों से कभी अल्प वर्षा तो कभी अतिवृष्टि तो कभी शीत प्रकोप से फसलें तबाह हो रही है। सोयाबीन फसल के 6 हजार रुपए प्रति क्विंटल मूल्य पर खरीदी जाए इस हेतु पूरे प्रदेश में शुक्रवार को वृहद स्तर पर शहरों से लेकर गांव तक अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रकट करते हुए ट्रेक्टर रैली निकाली गई। श्रीमती मांगरिया ने कहा कि आज किसान खून के आंसू रो रहा है। फसलों में हुए नुकसानी की की भर भरपाई के रूप में ना तो कभी मुआवजा दिया ना ही कभी फसल बीमा दिया।
भाजपा सरकार ने कभी भी किसानों के हुए भारी नुकसान की भरपाई तक नहीं की। किसान लगातार चार वर्षो से आर्थिक रूप से कर्ज के बोझ तले दबा जा रहा है। हमारा किसान इस जन विरोधी भाजपा सरकार से परेशान है।
भाजपा शुरू से ही किसानों एवं आम गरीब मजदूर की नहीं उद्योगपतियों की सरकार हैं।