देशभर में जन्माष्टमी का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है इस त्यौहार की धूम खास कर मथुरा वृंदावन में अलग ही देखने को मिलती है। इस दिन भक्त भगवान कृष्ण की पूजा अर्चना करते हुए व्रत रखते हैं और मंदिरों में जाकर दर्शन करते हैं। अगर आप भी इस बार जन्माष्टमी पर भगवान श्री कृष्ण के दर्शन पाने के लिए मंदिर जाना चाहते हैं तो ऐसे कौन-कौन से प्रसिद्ध मंदिर है
जहां आप दर्शन कर सकते हैं। भगवान श्री कृष्ण के इन प्रसिद्ध मंदिरों में देश-विदेश से लोग दर्शन के लिए आते हैं, जन्माष्टमी के पावन पर्व पर इन मंदिरों की झलक अलग ही देखने को मिलती है। मथुरा के श्री कृष्ण मंदिर को भगवान श्री कृष्ण का जन्म स्थान माना जाता है। यह मंदिर उस कोठरी के चारों ओर बना है जहां भगवान श्री कृष्ण के माता-पिता देवी की और वासुदेव को कंस ने कैद कर रखा था। दूर दूर से भक्तजन इस प्रसिद्ध मंदिर के दर्शन करने के लिए आते हैं। जन्माष्टमी के अवसर पर इस मंदिर की झलक अलग ही देखने को मिलती है। मंदिर को रंग बिरंगी लाइट और फूलों से सजाया जाता है। केरल का प्रसिद्ध श्री कृष्ण मंदिर जिसे अक्सर दक्षिण भारत का द्वारका कहा जाता है। देशभर के सबसे पवित्र तीर्थ स्थलों में से इसे एक माना जाता है। जन्माष्टमी के पावन अवसर पर इस मंदिर में भारी संख्या में भक्तजनों की भीड़ उमड़ती है। जन्माष्टमी के दिन पारंपरिक केरल अनुष्ठान, भक्ति संगीत और तरह-तरह के समारोह आयोजित किए जाते हैं।
वृंदावन का बांके बिहारी मंदिर जन्माष्टमी समारोह का केंद्र बिंदु है। जन्माष्टमी के दिन यहां हजारों भक्त पारंपरिक भक्ति गायन और नृत्य के साथ उत्सव की पोशाक में सजे बांके बिहारी के दर्शन करने के लिए आते हैं। इस मंदिर में मंगला आरती का दृश्य देखने लायक होता है। यह आरती मध्यरात्रि को शुरू होकर सुबह 6:00 बजे तक चलती है। भक्त इस दौरान बांके बिहारी की एक झलक पाने के लिए बहुत उत्सुक रहते हैं। गुजरात में स्थित द्वारकाधीश मंदिर एक छोटी पहाड़ी के ऊपर स्थित है यहां पहुंचने के लिए 50 से अधिक सीढ़ियां चढ़नी होती है। द्वारकाधीश मंदिर को भगवान श्री कृष्ण का सबसे प्रमुख मंदिर माना जाता है। जन्माष्टमी के पावन अवसर पर यहां भारी संख्या में भक्तजनों की भीड़ उमड़ती है, यहां जन्माष्टमी का त्यौहार बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। श्री कृष्ण मंदिर, कर्नाटक दक्षिण भारत का श्रीकृष्ण मंदिर एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है, जो अपनी भव्यता और आध्यात्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है।
इस मंदिर में भगवान श्री कृष्ण की अत्यंत मनमोहक मूर्ति स्थापित है जिसे देखने के लिए देश विदेश से लोग पधारते हैं। इस मंदिर को जन्माष्टमी के पावन अवसर पर विशेष तरीके से सजाया जाता है। लेकिन यहां भक्तजन मूर्ति के दर्शन सीधे नहीं कर सकते हैं, बल्कि उन्हें नवग्रह किटिकी या 9 छेद वाले खिड़की से ही दर्शन मिलते हैं। इस तरह से दर्शन करना भक्तजनों में अलग ही उत्साह पैदा करता है।