नीमच । जिले के सभी जिला अधिकारी अपने विभाग का आगामी पांच साल के विकास का विजन डाक्यूमेंट तैयार कर प्रस्तुत करें। जल गंगा संवर्धन अभियान निरंतर जारी रहे और शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में जल संरचनाओं के जीर्णोद्धार, पुर्नउद्धार कुओंऔर बावडियों के गहरीकरण के कार्य निरंतर जारी रखे और प्रगति रिर्पोट प्रस्तुत करें।
पौधा रोपण की कार्य योजना प्रस्तुत करें:-
कलेक्टर दिनेश जैन ने अधिकारियों को निर्देश दिए, कि वे प्रत्येक ग्राम पंचायत क्षेत्र में 200-200 पौधा रोपण के लिए स्थान चयनित कर, पौधा रोपण के लिए गढढे तैयार करें और पौधो की उपलब्धता सुनिश्चित कर लें। पौधा रोपण की तैयारी 15 दिवस में पूरी करें। शहरी क्षेत्रों में भी नगरीय निकाय पौधारोपण की कार्य योजना तैयार कर प्रस्तुत करें। कलेक्टर जैन ने सीएम हेल्पलाईन की समीक्षा में सभी विभागों की पचास दिवस से अधिक की लंबित शिकायतों का प्राथमिकता से निराकरण करने के निर्देश देते हुए कहा, कि आगामी एक सप्ताह में सभी पचास दिवस से अधिक की लंबित शिकायतों का निराकरण करें।
कलेक्टर जैन ने ग्राम पंचायतों को निर्देश दिए, कि आबादी क्षेत्र से लगे गढढों, जिसमें पानी भरने की सम्भावना हो, ऐसे गढढों से आमजनों की वर्षाकाल में सुरक्षा के प्रबंध करें।
‘’दामिनी एप्प’’ डाउनलोड करें, ग्रामीणजन:-
कलेक्टर ने आकाशीय बिजली से सुरक्षा के लिए शासन व्दारा तैयार किए गये दामिनी एप्प को उपयोगी बताते हुए कहा, कि जिले के सभी ग्रामीणजन एवं किसान ‘’दामिनी एप्प’’ को डाउनलोड कर लें, जिससे कि उन्हें इस एप्प के माध्यम से आकाशीय बिजली गिरने के सम्भावित स्थान का पता चल सके और वे सुरक्षित रह सके। इस एप्प के माध्यम से आकाशीय बिजली से सुरक्षा की जा सकती है। कलेक्टर ने पंचायतों के सचिवों, ग्राम स्तरीय अमलें के माध्यम से दामिनी एप्प का व्यापक प्रचार-प्रसार गांवों में करने और ग्रामीणों को दामिनी एप्प डाउनलोड करवाने के भी निर्देश दिए है।
चरनोई भूमि को आरक्षित करें:-
कलेक्टर दिनेश जैन ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए, कि वे गौशालाओं के लिए चरनोई भूमि को चिन्हित कर, चरनोई के लिए आरक्षित करें। साथ ही आरक्षित चयनित भूमि पर सीपीटी निर्माण एवं पत्थर की दीवार बनाकर सुरक्षित करवाने के निर्देश भी दिए गए।
पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है उर्वरक:-
कलेक्टर दिनेश जैन ने बैठक में जिले में उर्वरक की उपलब्धता की समीक्षा की। बैठक में डीडीए तथा जिला केंद्रीय सहकारी बैंक के प्रबंधक ने बताया कि जिले में वर्तमान में पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध है। सोसायटी में भी पर्याप्त मात्रा में सभी प्रकार का उर्वरक उपलब्ध है। कलेक्टर ने निजी उर्वरक विक्रेताओं के यहां से उर्वरक , खाद, बीज के नमूने लेकर गुणवत्ता परीक्षण करवाने तथा उर्वरक की उपलब्धता की निगरानी के लिए दल गठित करने के भी निर्देश दिए।
हर वि.ख. में 25-25 योगा विलेज तैयार करें:-
बैठक में कलेक्टर दिनेश जैन ने जिला शिक्षा अधिकरी एवं डी.पी.सी.को निर्देश दिए, कि जिन गांवों में योग प्रशिक्षित शिक्षक पदस्थ है, ऐसे प्रत्येक विकासखण्ड के 25-25 गांवों को योगा विलेज के रूप में चयनित करें। प्रथम चरण में इन गांवों के सभी विद्यार्थियों को स्कूलों में योगा ट्रेनिंग दी जाकर, प्रशिक्षित किया जावे। अगले चरण में ग्रामीणों के छोटे-छोटे समूह बनाकर उन्हें भी योग का प्रशिक्षण देकर इन सभी 25-25 गांवों को योग विलेज घोषित करवाएं। बैठक में कलेक्टर जैन व्दारा जिला परिवहन विभाग, नगर एवं ग्राम निवेश विभाग की विभागीय समीक्षा कर, सम्बंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिए।