नीमच। प्रदेश के साथ ही नीमच जिले में भी रविवार को पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान आयोजित किया गया। नीमच विधायक दिलीपसिंह परिहार, जिला पंचायत अध्यक्ष सज्जनसिंह चौहान एवं कलेक्टर दिनेश जैन ने जिला चिकित्सालय ट्रामा सेंटर स्थित पोलियो बूथ पर अपने हाथों से बच्चों को पोलियो खुराक पिलाकर, पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर विधायक दिलीपसिंह परिहार ने कहा, कि सभी शासकीय अस्पतालों में सरकार ने विभिन्न बीमारियों से सुरक्षा एवं बचाव के लिए टीकों की व्यवस्था की है। जिले को पोलियो मुक्त रखना है, तो बच्चों को पोलियो की खुराक अवश्य पिलाना जरूरी है। जिला पंचायत अध्यक्ष सज्जन सिंह चौहान ने कहा कि पोलियो खुराक पीने से एक भी बच्चा छूटना नहीं चाहिए, यदि एक भी बच्चा छूटा, तो सुरक्षा तो चक्र टूटा। पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान के शुभारंभ अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.दिनेश प्रसाद ,सिविल सर्जन डॉ. महेंद्र पाटील, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ.बी.एल.सिसोदिया, एसडीएम सुश्री प्रीति संघवी,बीएमओ डॉ.प्रवीण पांचाल, चंद्रपालसिंह राठौर, वैक्सीन मैनेजर विजय बड़ोने, भी उपस्थित थे। पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान के तहत कलेक्टर दिनेश जैन ने ट्रामा सेंटर जिला चिकित्सालय नीमच स्कूल भवन कनावटी, पंचायत भवन कनावटी प्रताप नगर कनावटी स्थित पोलियो बूथ का निरीक्षण कर बच्चों को अपने हाथों से पोलियो की खुराक पिलाई और पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान की प्रगति का जायजा लिया।
कलेक्टर जैन ने प्रताप नगर कनावटी, चंगेरा एवं डूगलावदा के पोलियो बूथ का निरीक्षण कर पल्स पोलियो अभियान की प्रगति का जायजा लिया और इन गांवों में कलेक्टर ने डॉक्टर दिनेश प्रसाद एवं डॉ प्रवीण पांचाल के साथ गली मोहल्ले का भ्रमण कर अभिभावकों को बूथ पर ले जाकर अपने बच्चों को पोलियो की खुराक अवश्य पिलाने की समझाइश दी। उल्लेखनीय है, कि नीमच जिले में पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान के प्रथम दिवस रविवार 23 जून को 0 से 5 वर्ष तक के एक लाख छह हजार बच्चों को 802 पोलियो बूथों पर पल्स पोलियो टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है, इसके लिए 1604 कर्मचारियों को वैक्सीनेटर नियुक्त किया गया है। अभियान के पर्यवेक्षण के लिए 107 कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है, जिले में 21 ट्रांजिट बूथ एवं 18 मोबाइल टीमें भी लगाई गई है। प्रथम दिन रविवार को पोलियो बूथ पर बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई जा रही है वहीं 24 और 25 जून को टीकाकरण दल के कर्मचारी घर-घर जाकर पोलियो खुराक पीने से शेष रहे बच्चों को चिन्हित कर उन्हें पोलियो की खुराक पिलवाएंगे।