Ptosis (जिसे हिंदी में पलक गिरना भी कहा जाता है) आंख की ऊपरी पलक के गिरने को कहते हैं। यह स्थिति एक या दोनों आंखों को प्रभावित कर सकती है और यह आंशिक या पूर्ण हो सकती है।
Ptosis के कारण विभिन्न हो सकते हैं, जिनमें निम्नलिखित शामिल हैं:
उम्र बढ़ने का प्रभाव :-
उम्र के साथ-साथ पलक की मांसपेशियां कमजोर हो सकती हैं, जिससे पलक गिर सकती है।
आघात या चोट :-
किसी भी प्रकार की चोट, जैसे सिर या आंख के पास का आघात, पलक की मांसपेशियों को प्रभावित कर सकता है।
न्यूरोलॉजिकल समस्याएं :-
कुछ न्यूरोलॉजिकल विकार, जैसे म्याथेनिया ग्रेविस, तंत्रिकाओं और मांसपेशियों के बीच संकेतों के संचरण में समस्या पैदा कर सकते हैं, जिससे पलक गिर सकती है।
जन्मजात दोष :-
कुछ लोग जन्म से ही ptosis के साथ पैदा होते हैं, जिसे जन्मजात ptosis कहा जाता है। यह स्थिति तब होती है जब पलक की मांसपेशियां जन्म के समय सही से विकसित नहीं होती हैं।
ऑकुलर सर्जरी :-
किसी भी आंख की सर्जरी, जैसे मोतियाबिंद की सर्जरी, भी ptosis का कारण बन सकती है।
ट्यूमर या अन्य घातक स्थितियां :-
आंख या मस्तिष्क में ट्यूमर भी पलक की मांसपेशियों और तंत्रिकाओं को प्रभावित कर सकते हैं, जिससे ptosis हो सकता है।