नीमच । शिशु एवं बच्चों की मृत्यु को रोकने के लिए वरदान साबित होगा दस्तक अभियान। उक्त विचार कलेक्टर दिनेश जैन ने दस्तक अभियान की जिला स्तरीय अंर्तविभागीय उन्मुखीकरण कार्यशाला सह मीडिया कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। कलेक्टर जैन ने दस्तक अभियान की जिला स्तरीय अंर्तविभागीय उन्मुखीकरण कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए निर्देशित किया कि फिल्ड स्तर पर सीएचओ के नेतृत्व में आंगनवाडी कार्यकर्ता , एएनएम एवं आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर, निर्धारित 11 प्रकार की सेवाएं प्रदाय करें।
इसमें किसी तरह की लापरवाही नहीं करें। जैन ने निर्देशित किया कि स्वास्थ्य कार्यकर्ता निर्धारित समय में फिल्ड में उपस्थित रहे तथा 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों की एनीमिया एवं निमोनिया की जांच आवश्यक रूप से करें। दस्त रोग से ग्रसित बच्चों का चिन्हाकंन कर, उन्हे ओआरएस का पैकेट वितरित करें। बच्चों में जन्मजात विकृत्ति की पहचान कर, उच्च संस्था पर रैफर करें। साथ ही 5 वर्ष तक के बच्चों को आहार पूर्ति के संबंध में परामर्श प्रदान करें।
प्रशिक्षण उपरांत कलेक्टर जैन ने मीडिया को जानकारी प्रदाय करते हुए बताया कि यह अभियान 25 जून से प्रारंभ होकर, 27 अगस्त 2024 तक संचालित होगा। अभियान के दौरान 0 से 5 वर्ष तक के 95429 बच्चों की स्क्रीनिंग की जावेगी। इसके लिए क्षेत्रिय कार्यकर्ता को प्रशिक्षण प्रदान किया जा चुका है तथा ओआरएस एवं अन्य दवाईयां फिल्ड स्तर तक उपलब्ध कराई जा चुकी है। इस मौके पर जिला पंचायत सीईओं गुरूप्रसाद ,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नवलसिंह सिसौदिया, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.डी.प्रसाद, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.आर.के.खाद्योत, डिप्टी कलेक्टर चन्द्रसिंह धार्वे एवं डॉ.बी.एल सिसौदिया, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, एविडेंस एक्शन के कपिल यति, सभी बी.एम.ओं एवं जिला अधिकारी उपस्थित थे।