राष्ट्रीय मिति वैशाख 25, शक संवत 1946, वैशाख शुक्ला, अष्टमी, बुधवार, विक्रम संवत 2081। सौर ज्येष्ठ मास प्रविष्टे 02, जिल्काद 06, हिजरी 1445 (मुस्लिम) तदनुसार अंग्रेजी तारीख 15 मई सन् 2024 ई। सूर्य उत्तरायण, उत्तर गोल, ग्रीष्म ऋतु। राहुकाल मध्याह्न 12 बजे से 01 बजकर 30 मिनट तक। अष्टमी तिथि प्रातः सूर्योदय से लेकर अगले दिन सुबह 06 बजकर 23 मिनट तक उपरांत नवमी तिथि का आरंभ। आश्लेषा नक्षत्र अपराह्न 03 बजकर 25 मिनट तक उपरांत मघा नक्षत्र का आरंभ। वृद्धि योग प्रातः 07 बजकर 41 मिनट तक उपरांत ध्रुव योग का आरंभ। विष्टि करण सायं 05 बजकर 22 मिनट तक उपरांत बव करण का आरंभ। चन्द्रमा अपराह्न 03 बजकर 25 मिनट तक कर्क उपरांत सिंह राशि पर संचार करेगा।
आज के व्रत त्योहार :-
श्री दुर्गाष्टमी, गण्डमूल। सूर्योदय का समय :
सुबह 5 बजकर 30 मिनट पर।
सूर्यास्त का समय :
शाम में 7 बजकर 5 मिनट पर।
आज का शुभ मुहूर्त :-
ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4 बजकर 7 मिनट से 4 बजकर 48 मिनट तक।
विजय मुहूर्त दोपहर 2 बजकर 33 मिनट से 3 बजकर 28 मिनट तक रहेगा।
निशिथ काल मध्यरात्रि रात में 11 बजकर 57 मिनट से 12 बजकर 38 मिनट तक।
गोधूलि बेला शाम 7 बजकर 4 मिनट से 7 बजकर 25 मिनट तक।
अमृत काल सुबह 5 बजकर 30 मिनट से 7 बजकर 12 मिनट तक।
आज का अशुभ मुहूर्त :-
राहुकाल दोपहर 12 बजे से 1 बजकर 30 मिनट तक।
सुबह 10 बजकर 30 मिनट से 12 बजे तक गुलिक काल।
सुबह 7 बजकर 30 मिनट से 9 बजे तक यमगंड।
दुर्मुहूर्त काल सुबह 11 बजकर 50 मिनट से 12 बजकर 45 मिनट तक।
भद्राकाल सुबह 5 बजकर 30 मिनट से 5 बजकर 17 मिनट तक।
आज का उपाय :-
बुधवार को किसी मंदिर में जाकर पीपल के पेड़ के नीचे घी का दीपक जलाना चाहिए।