जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि मनीष पोरवाल ने विधायक मारू पर लगाए बबुनियाद आरोप, स्वयं ने कई लोगों की जमीनों पर कर रखे हैं अवैध कब्जे शिकायत रिकॉर्ड में दर्ज

Neemuch headlines March 11, 2024, 11:05 pm Technology

नीमच। मनासा तहसील के जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि मनीष पोरवाल के द्वारा जहरिला पदार्थ खाने की बात सामने आने पर जिला चिकित्सालय में कई लोगों का जमावड़ा लगा। ऐसे में लगभग दो-तीन घंटे के बाद स्थिर होकर मनीष पोरवाल ने यह बयान दिया कि स्थानीय विधायक माधव मारू के द्वारा लगातार प्रताड़ित करने की वजह से उनके द्वारा यह कदम उठाया गया। परंतु जब इस मामले में वास्तविकता की पड़ताल की गई तो मनीष पोरवाल पिछले 18 महीने की कांग्रेस शासन में भी कई व्यक्तियों की जमीनों पर अवैध कब्जे कर कर बैठे हुए थे, और ऐसा पहली बार नहीं हुआ था इससे पहले भी मनासा की एक छीपा कॉलोनी में भी ऐसा मामला सामने आया जहा पर उनके द्वारा कुछ व्यक्तियों के प्लाटों पर अवैध रूप से कब्जा किया गया ।

बाद में उन्हें डरा धमकाकर ओने पोने दामों में प्लांट हथिया लिए गए। यह सभी जानकारियां शिकायतों के रिकॉर्ड में अभी भी दर्ज है। हाल ही में उनके द्वारा नाकोड़ा ढाबे के नाम से जो जमीन रखी हुई थी उसके पीछे की जमीन भी एक महिला ललिता बाई पति रमेश कुशवाहा की है। जिसपर भी मनीष द्वारा दबाव बनाया गया था। परंतु महिला ने न्याय की गुहार लगाते हुए न्यायालय की शरण ली। शिकायत पर मामला तहसील कार्यालय में पहुंचा जहां तहसील कार्यालय से फैसला मनीष पोरवाल के पक्ष में हुआ था ऐसे में महिला ललिता बाई ने एसडीएम कार्यालय में शिकायत की और वहां पर फैसला ललिता बाई के पक्ष में होने पर प्रशासन द्वारा तुरंत अवेध अतिक्रमण हटाते हुए महिला की जमीन को फ्री करने के आदेश दिए। मामला यहीं नहीं रुका इसके अलावा भी मनीष पोरवाल ने नलखेड़ा निवासी एक व्यक्ति की जमीन पर भी कब्जा किया था, पिपलिया रावजी के एक संभात व्यक्ति की जमीन पर भी इनके द्वारा कब्जा किया गया था और ऐसे कई और मामले हैं जो कांग्रेस शासन में इनके द्वारा दबा दिए गए थे ऐसे में मनीष पोरवाल जो स्वयं भू माफिया बनाकर अवैध रूप से लोगों की जमीनों पर कब्जा कर रहा है। ऐसे में प्रशासन ने एक महिला को न्याय देकर निष्कर्ष कार्यवाही कर दी तो बोखलाकर मनीष पोरवाल ने जहरीला पदार्थ गटकने का षड्यंत्र रचा ताकि आम जनता की सहानुभूति मिल सके। आपको बता दें कि विधानसभा चुनाव के दौरान विधायक अनिरुद्ध माधव मारू के खिलाफ सोशल मीडिया पर काफी अनर्गल टिप्पणी करने के बाद भी जब विधायक मारू को हारने में नाकामयाब रहे तो अब इस तरह की हरकते करके मनीष पोरवाल अपने आप को सफेदपोश बताने का प्रयास कर रहे है जबकि वास्तविकता यह है की आज तक मनीष पोरवाल ने अपनी दबंगई के चलते कई लोगो से जमीनें हथियाई है लेकिन इस बार इनका दांव उल्टा पड़ गया क्योंकि एक महिला ने हिम्मत कर इन्हें कटघरे में लाकर खड़ा कर दिया। हालांकि प्रशासन ने गरीब महिला को न्याय दिलाया है जिसमे विधायक मारू के हस्तक्षेप का प्रश्न ही नहीं उठता अब ये तो मनीष पोरवाल ही जाने की क्षेत्र विधायक माधव मारु के नाम का उपयोग करके यह कौन सा राजनीतिक तंत्र सीधा करना चाहते हैं।

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