नीमच। किसी शायर ने क्या खूब कहा है कि मंजिलें उन्हीं को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है। पंखों से कुछ नहीं होता, होंसलों से उड़ान होती है।। शायर की ये पंक्तियाँ आज नीमच की उस बेटी के लिये साकार हो रही हैं, जिसने संघर्ष भरे जीवन में खुद को साबित किया, और नीमच की पहली स्टेशन मास्टर होने का गौरव प्राप्त किया, नीमच की बेटी ने साबित कर दिया कि अगर जिन्दगी में कुछ करने का जज्बा और जूनून हो तो कुछ भी असंभव नहीं है, इतना ही नहीं कम उम्र में पिता का साया सर से उठने के बाद भी हिम्मत नहीं हारी, और संघर्ष करते हुए कामयाबी के शिखर तक पहुँची, हम बात कर रहे हैं नीमच निवासी स्वर्गीय मोतीलाल जी सैनी के परिवार में जन्मी रुचिका पिता स्व. श्री प्रेमचंद जी सैनी आज विश्व महिला दिवस के अवसर पर शुक्रवार 8 मार्च को नीमच रेलवे स्टेशन की प्रथम महिला रेलवे स्टेशन मास्टर के पद पर सेवाएं प्रारंभ करेगी। उल्लेखनीय है कि नीमच के स्कीम न. 09 की निवासी रुचिका सैनी ने नीमच के ही शासकीय महाविद्यालय में वाणिज्य में स्नातकोत्तर की परीक्षा उत्तीर्ण की थी।
विषम परिस्थितियों में जवान भाई एवं पिता की मृत्यु के बाद परिवार की जिम्मेदारियां का निर्वहन करते हुए मल्हारगढ़ रेलवे स्टेशन पर साढ़े चार वर्ष तक सफलतापूर्वक सेवाएं प्रदान करने के बाद आज 8 मार्च विश्व महिला दिवस के अवसर पर नीमच रेलवे स्टेशन पर प्रथम महिला स्टेशन मास्टर के पद पर अपनी सेवाएं प्रारंभ करेगी। उल्लेखनीय की यह अपनी ढाई वर्ष की पुत्री अविका की देखभाल भी साथ-साथ कर रही है। रुचिका नीमच निवासी बाबा अमरनाथ टूर यात्रा कंपनी के वरिष्ठ निदेशक कमलेश शर्मा की बहू एवं कंपनी के निदेशक अंकित शर्मा की धर्मपत्नी है। पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल क्षेत्र के नामली से लेकर चंदेरिया तक सभी रेलवे स्टेशन के मध्य एकमात्र महिला रेलवे स्टेशन मास्टर के पद पर सेवारत है। रुचिका ने मेवाड़ मालवा अंचल एवं क्षेत्र वासियों का गौरव बढ़ा दिया है।