हिंदू धर्म में मौनी अमावस्या का विशेष महत्व है। इसी कड़ी में इस साल 9 फरवरी को मनाई जाएगी। इस माघ अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है।
मौनी अमावस्या का महत्व ध्यान और तपस्या के साथ जुड़ा होता है। इस दिन लोग मौन व्रत रखते हैं, जिसका अर्थ है कि वे इस दिन चुप रहते हैं और भगवान की ध्यान में लगे रहते हैं। यह दिन ध्यान और साधना का होता है। इस दिन यह चार महत्वपूर्ण काम करने से साधकों को शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
आईए जानते हैं विस्तार से…
करें ये 4 काम इस दिन श्रद्धालुओं को अपने पितरों के लिए पिंडदान, तर्पण और श्राद्ध करना चाहिए। इस दिन गंगा नदी में अवश्य ही स्नान करना चाहिए। जिसके बाद आप वहां पर विधिपूर्वक पूजा-अर्चना भी कर सकते हैं। इस दिन मांस मदिरा धूमपान आदि का सेवन नहीं करना चाहिए। इस दिन व्रत रखने के साथ ही आपको जरूरतमंद लोगों के बीच वस्त्र आदि का दान करना चाहिए। महत्व मौनी अमावस्या को माघ मेला के रूप में भी मनाया जाता है, जिसमें लोग तीर्थस्थलों पर स्नान करते हैं। बता दें कि मौनी अमावस्या को गंगा स्नान के लिए विशेष दिन माना जाता है। इस दिन लोग गंगा नदी में स्नान करते हैं और अपने पापों की क्षमा के लिए प्रार्थना करते हैं।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन गंगा नदी में स्नान करने से भक्त को शुभ फल की भी प्राप्ती होती है।