नीमच। नीमच जिले से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल, राजस्थान के बारां पुलिस फरियादी व्यापारी निर्मल नागर को लेकर नीमच पहुंची और 30 लाख के लेनदेन करने के मामले में लहसुन व्यापारी अभिषेक कुमरावत को हिरासत में लिया है। जिससे पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। घटना के बाद अभिषेक के परिजनों ने कैंट थाने में हंगामा शुरू कर दिया। फिलहाल, मामले में आगे की कार्रवाई जारी है।
आइए जानते हैं विस्तार से मामला…
फरियादी ने ली थी कोर्ट की शरण दरअसल, आज सुबह बारा थाने से 12 पुलिस अचानक नीमच मंडी पहुंची। जिसके बाद कनक इंडिया फर्म में दबिश देकर अभिषेक कुमरावत को गिरफ्तार किया गया।
मिली जानकारी के अनुसार, राजस्थान की कृषि उपज मंडी बारां के व्यापारी निर्मल नागर से नीमच के 8 फर्मों के मालिक ने 2017 में 90 लाख रूपए की लहसुन खरीदी थी। जिसका आज तक एक रूपए का भी भुगतान नहीं किया गया था। इसके बाद व्यापारी निर्मल नागर ने इस जालसाजी को लेकर बारांं न्यायालय की शरण ली। वहीं, कोर्ट के आदेश के बाद नीमच के इन 08 व्यापारियों पर बारां पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया।
फर्म रुपये :-
कनक इण्डिया, नीमच 2,9,33,136 रूपए
यशी इन्र्टप्राइजेज, नीमच 1,2,87,782 रूपए
ललित कुमार सुरेश कुमार, नीमच 6,74,872 रूपए
त्रिमूर्ति ट्रेडिंग कंपनी, नीमच 6,64,466 रूपए
शिवाय ट्रेडर्स, नीमच 2,1,49,425 रूपए
खंडेलवाल ट्रेडर्स, नीमच 5,76,309 रूपए
वैष्णवी इटरप्राईजेज, नीमच 6,77,706 रूपए
दिलीप कुमार एन्ड कंपनी, नीमच 1,93,230 रूपए कई ठिकानों पर दी दबिश वहीं, पुलिस ने शहर की कृषि उपज मंडी में जालसाजी करने वाले व्यापारियों के ठिकाने पर दबिश दी है।
मामले को लेकर नीमच की 08 फर्मो के लहसुन व्यापारियों ने बारां के व्यापारी को कहा था कि यहां से लहसुन खरीदकर हमें भेजो हम लोग तुम्हे अच्छा कमीशन देंगे। शुरुआत में तो व्यापारियों ने नागर को सबकुछ ठीक रहा लेकिन बाद में लहसुन मंगवाकर भुगतान नहीं किया।