कुकडेश्वर। आचर प्रधान है या विचार प्रधान है दोनों का महत्व बराबर है लेकिन विचारों का मुख्य काम हैं आचार पर पहुंचाना क्योंकि मंजिल तक पहुंचने का काम करती है आचार शुध्दी और आचार हमें मुख्य उद्देश्य तक पहुंचाता है।
उक्त बात कुकडेश्वर स्थानक भवन में हुकमेश संघ के नवम् पटधर आचार्य भंगवत 1008श्री रामलाल जी मसा के शिष्य बेले बेले के तपस्वी उपाध्याय प्रवर बहु श्रुत वाचनाचार्य श्री राजेश मुनि जी मसा ने धर्म प्रभावना देते हुए कहा कि गुरु का प्रथम उपदेश आचार्य का है तीर्थंकर भगवान के श्रमण संघ ने रचना की उसमें पहला सुत्र आचारण सुत्र हैं।
आपने मार्मिक प्रवचनों में कहा की जिवन की कमजोरी क्या है वो है मन में स्थितिथा नहीं होना मन हमेशा अच्छा, पवित्र रहना चाहिए मन में राग द्वेष नहीं होने चाहिए पर ये सब तब संभव होगा जब विचार आचरण में बदलेंगे जहां तक आचरण में बदलाव नहीं तब तक कमजोर रहता है मन चंचल है विचलित है और थोडा भी अनुकूल से प्रतिकूल में बदलाव हुआ नहीं कि हम गुस्से व अभिमान से विशुद्ध आचरण कर लेते हैं।
आपने कहा कि हमें सोच बदलनी होगी और आचरण को प्रधानता देनी होगी स्व विचारों से ज्यादा ताकत आचरण पर है।आज आचरण की बातों को सुनते हैं और दुसरों को उपदेश देते हैं लेकिन सुनने व देने की बजाय हमें आचरण में लेना होगी। आपने फरमाया कि उपदेश को देखने व सुनने में फर्क है आचरण में लेकर देखो जिवन बदल जायेगा।आज मानव क्रोध करता लेकिन वास्तव में उस पर क्रोध नहीं करता वो दुसरे का क्रोध अपनो पर उतारता है। ये जिवन की बहुत बड़ी सच्चाई है।
जिवन के सुधार के लिए अपने आप का अवलोकन करना चाहिए गहराई से मंथन करें शांत रहे मन प्रसन्न प्रफुल्लित रखें। अपने आचरण में धर्म को उतारें।आज हम देखते हैं माता पिता कहते हैं में बच्चों का भविष्य सुधार रहा हूं लेकिन स्वयं अपना दृष्टिकोण व आचार विचार नहीं बदलते बच्चों को और किसी को भी सुधारने के लिए गंभीर और शांत होना पड़ेगा उपदेश देने से पहले स्वयं के जीवन में उतारना होगा तभी गुण विकसित कर सकते हैं।आचरण की शुरुआत क्षमा से होती है क्षमा याने सार्मथ जो अनुकूल प्रतिकुल को सम्भाल सके अपने को व दुसरों को दोष ना दे। विचारों से हम मंजिल नहीं पा सकते आचरणों से हम मोक्ष मंजिल तक पहुंच सकते हैं। विचार व आचार शुद्ध होंगे तो हमारी आत्मा का कल्याण होगा। उक्त अवसर पर मनासा, रामपुरा,महागढ़ श्री संघ ने उपस्थित हो कर धर्म लाभ लिया रामपुरा श्री संघ ने भाव भरी विनती रामपुरा पधारने हेतु की। उपाध्याय प्रवर श्री राजेश मुनि जी मसा आदि ठाणा तीन सुख साता पुर्वक कुकडेश्वर विराज रहें आप के प्रवचन दिनांक 6जनवरी शनिवार को प्रातः 9 बजे से जैन सराय जैन मंदिर के समीप जैन सराय में होना सम्भावित हैं उक्त जानकारी साधु मार्गी जैन संघ के मनोज खाबिया ने दी।