नीमच। नगर पालिका द्वारा मटन, चिकन, मछली व्यवसाई को नीमच सिटी रोड स्थित मुक्तिधाम के यहां विस्थापित करने की योजना का विरोध करते हुए आज बड़ी संख्या में मटन, चिकन, मछली व्यवसाई व्यवसाय जिला कलेक्टर कार्यालय और फिर जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे जहां उन्होंने ज्ञापन सौंपते हुए उल्लेखित किया कि मध्य प्रदेश के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री मोहन यादव ने प्रदेश के हित में एक बड़ा निर्णय लेते हुए आदेश जारी किया कि मांस मटन की सामग्री खुले में विक्रय नहीं की जाएगी साथ ही धार्मिक स्थल से 100 मीटर की दूरी पर मटन व्यवसाय नहीं हो, लेकिन नीमच नगर पालिका प्रशासन सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन व खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम के तहत दिए मुख्यमंत्री के आदेश की अवहेलना कर रहा है ।
हिंदू मुक्तिधाम के समीप मटन मार्केट का विस्थापन न सिर्फ सुप्रीम कोर्ट, खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2011 व मुख्यमंत्री के आदेश की अवहेलना है साथ ही नीमच के शांत फिजा को सांप्रदायिक विवाद की और धकेलना का एक बड़ा कारण बन सकता है । नपा द्वारा प्रयोजित मटन मार्केट की हिंदू धर्म मुक्तिधाम स्थल से दूरी महज 25 से 30 मीटर है, इतनी ही दूरी पर भगवान बजरंगबली, गणेश जी महाराज व श्री शनि मंदिर स्थित है ऐसे में यह विषय न सिर्फ मुख्यमंत्री के आदेश की अवहेलना है बल्कि सर्वोच्च अदालत सुप्रीम कोर्ट के आदेश की भी अवहेलना है । साथ ही यदि मटन मार्केट उक्त स्थल पर पहुंचता है तो तो हमेशा संप्रदायिक विवाद होने सहित धार्मिक भावना आहत होने की संभावना बनी रहेगी ।
महोदय, नीमच नगर पालिका द्वारा बनाया गया नया मटन मार्केट और स्लॉटर सेंटर नीमच सिटी रोड हिन्दू मुक्ति धाम के बिल्कुल नजदीक है । वाटर ट्रीटमेंट प्लांट और वह स्थान जहां पर अंतिम अग्नि क्रिया होती है से महज 150 फीट की दूरी पर यह मटन मार्केट बनाया गया है । नीमच नगर पालिका द्वारा दबाव पूर्वक मटन व्यवसायियों को वहां शिफ्ट किया जा रहा है लेकिन यह प्रयास पूरी तरह से हिंदू धर्म की भावनाओं के साथ खिलवाड़ होगा, क्योंकि हिंदू धर्म में अंतिम क्रिया होने के बाद अस्थि एकत्रीकरण दूसरे या तीसरे दिन होता है, इतने समय तक अस्थियां खुले आसमान के नीचे रहती है और उसी के पास में मटन मार्केट की 44 से अधिक दुकानें बनाई गई है । जब भी यह मार्केट शुरू होगा स्वभाविक सी बात है मटन मार्केट का मांस रूपी कचरा आसपास फेलेगा, जहां मौजूद श्वान व अन्य जानवर व पक्षी मुक्तिधाम के मंदिर व मुक्ति स्थल को अपवित्र कर देंगे, मांस का कचरा होने पर चील, गिद्ध, कव्वे सहित सभी प्रकार के पशु- पक्षी मुक्तिधाम स्थल की पवित्रता को खंडित करेंगे । साथ ही उक्त मटन मार्केट के समीप भगवान शंकर का मंदिर, समीप ही प्राइवेट बस स्टैंड पर गणपति जी भगवान का मंदिर, कुछ ही दूरी पर शनि देव मंदिर व सांवरिया सेठ का मंदिर भी है ।
प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से देखा जाए तो लगभग 10 से अधिक मंदिर उसी क्षेत्र में मौजूद हैं, मटन मार्केट पास में आने से धार्मिक भावना आहत होगी । इस मटन मार्केट में बकरा, मुर्गा, मछली सभी प्रकार के 50 से अधिक मटन व्यवसाई काम करेंगे, जिसकी दुर्गंध से मुक्तिधाम में आने वाले लोगों सहित प्राइवेट बस स्टैंड क्षेत्र के रहवासी व व्यवसाई काफी परेशान होंगे । नीमच नगर पालिका द्वारा मुक्तिधाम के समीप जहां पर मटन मार्केट के लिए स्थान बनाया गया है वह पूरा मार्केट खुले रूप में बना हुआ है जहां 50 से अधिक हिंदू व मुस्लिम मटन व्यवसाई बकरा मुर्गा व मच्छी का मटन व्यवसाय करेंगे । जो भी हिंदू व मुस्लिम धर्म के थोड़े भी जानकार हैं उन्हें ज्ञात है कि हिंदू धर्म में झटका व मुस्लिम धर्म में हलाल का मटन प्रयोग होता है जो कि पूरी तरह अलग अलग होता है और जब एक ही जगह पर दोनों तरह का मांसाहार पसंद करने वाले ग्राहक आएंगे तब विवाद की स्थिति बनना स्वभाविक है । इस विषय को प्रशासन द्वारा लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति के हिसाब से भी देखा जाना चाहिए । नीमच की वर्तमान अनुमानित जनसंख्या की बात की जाए तो वह 1.50 से 1.75 लाख के बीच में है और इसमें लगभग 50% लोग ऐसे हैं जो मांसाहारी हैं, 50 से अधिक ऐसे मटन व्यापारी हैं जिनके परिवार सहित उन पर निर्भर 5 से 10 सहायक कर्मचारियों के परिवार इसी व्यवसाय से चलते हैं, मुक्तिधाम स्थल का समीप होना सहित दोनों धर्मों का मटन व्यवसाय एक ही जगह जाने पर यह व्यवसाय बुरी तरह प्रभावित होगा, जिस कारण इस व्यवसाय से जुड़े हुए लोग भी प्रभावित होंगे ।
अतः जिला कलेक्टर महोदय से अनुरोध है कि मटन मार्केट को मुक्तिधाम के समीप विस्थापन की योजना स्थगित की जाए ।