क्यों मनाया जाता है विजय दिवस, जानें कैसे नया देश बना बांग्लादेश

Neemuch headlines December 16, 2023, 2:35 pm Technology

ब्यूरो। भारत में हर साल 16 दिसंबर को विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। 1971 में आज ही के दिन भारतीय सेना ने पाकिस्तान के खिलाफ ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी। 16 दिसंबर 1971 की ऐतिहासिक जीत की खुशी आज भी हर देशवासी के दिल में जोश और उत्साह भर देती है। 1971 में आज ही के दिन भारतीय सेना की बहादुरी के सामने पाकिस्तानी सेना ने आत्मसमर्पण कर दिया था और बांग्लादेश को आजादी मिली थी। यह युद्ध 13 दिनों तक चला। आज पूरा देश ऐतिहासिक जीत के नायक रहे भारतीय सेना के वीर जवानों की वीरता और बलिदान को सलाम कर रहा है।

विजय दिवस क्यों मनाया जाता है?:-

दरअसल, बंटवारे के वक्त भारत के दो हिस्से पश्चिमी पाकिस्तान और पूर्वी पाकिस्तान के नाम पर अलग हो गए थे. बंगाल का एक बड़ा भाग पूर्वी पाकिस्तान के नाम से जाना जाता था। पश्चिमी पाकिस्तान की सरकार पूर्वी पाकिस्तान के लोगों पर अत्याचार करती रही। पूर्वी पाकिस्तान से लेकर पश्चिमी पाकिस्तान तक 24 साल तक जुल्म सहा। पूर्वी पाकिस्तान के स्वतंत्रता संग्राम में भारत ने उनका साथ दिया। युद्ध में भारत की जीत के साथ पूर्वी पाकिस्तान स्वतंत्र हो गया और बांग्लादेश बन गया। आम चुनाव के बाद संघर्ष शुरू हुआ 1970 में पाकिस्तान में आम चुनाव हुए। इस चुनाव में पूर्वी पाकिस्तान अवामी लीग के नेता शेख मुजीबुर रहमान मशहूर हो गए। जिन्होंने सरकार बनाने का दावा पेश किया था. लेकिन यहां पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता ज़ुल्फ़िकार अली भुट्टो चिढ़ गए जिन्होंने पूर्वी और पश्चिमी पाकिस्तान के लोगों को एक-दूसरे के क्षेत्र में हस्तक्षेप करने से मना कर दिया। इस बीच तनाव इतना बढ़ गया कि अत्याचार बढ़ने लगे।

विजय दिवस का इतिहास:-

16 दिसंबर 1971 को मनाया गया विजय दिवस भारत के सैन्य इतिहास में एक महत्वपूर्ण अध्याय है। यह दिन भारत-पाक युद्ध के दौरान पाकिस्तान पर भारतीय सशस्त्र बलों की जीत का जश्न मनाता है। बांग्लादेश का जन्म 1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध से हुआ था। यह दिन सैनिकों के बलिदान का सम्मान करने और उस जीत का जश्न मनाने के लिए मनाया जाता है जिसने दक्षिण एशिया के मानचित्र को नया आकार दिया।

विजय दिवस का महत्व:-

हमारे सशस्त्र बलों की निडरता, साहस, उत्साह और शक्ति का जश्न मनाने के लिए 16 दिसंबर को विजय दिवस मनाया जाता है। इस दिन का महत्व आज भी आम लोगों के दिलों में मौजूद है। वहीं विजय दिवस भारतीय सेना के हर वीर योद्धा की कहानी को अमर कर देता है। भारत के इन वीरों ने 1971 में पाकिस्तान के विरुद्ध संघर्ष में अपने प्राणों की आहुति देकर देश के लिए अमर बलिदान दिया।

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