Aditya-L1: हाल ही में चंद्रायन की सफलता के बाद जब इसरो चीफ एस सोमनाथ पूजा के लिए मंदिर पहुंचे तो आस्था और विज्ञान को लेकर जमकर बहस हुई था। तब इसरो चीफ सोमनाथ ने कहा था कि वे दोनों ईश्वर और विज्ञान की खोज में लगे हैं। आंध्र प्रदेश: इसरो प्रमुख एस. सोमनाथ ने आदित्य- L1 मिशन के लॉन्च से पहले, तिरूपति जिले के चेंगलम्मा परमेश्वरी मंदिर में पूजा-अर्चना की। भारत का पहला सौर मिशन (आदित्य-L1 मिशन) 2 सितंबर को सुबह 11.50 बजे आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्पेसपोर्ट से लॉन्च होने वाला है।
अब जब 2 सितंबर को सूर्य मिशन के लिए आदित्य-L1 लॉन्च किया जा रहा है ऐसे में सोमनाथ एक बार फिर से मंदिर पहुंचे हैं। मिशन के लॉन्च होने से पहले इसरो प्रमुख एस सोमनाथ मंदिर में पूजा अर्चना करने पहुंचे और इसरो के आगामी मिशन के बारे में जानकारी दी। चंगलम्मा परमेश्वरी मंदिर पहुंचे सोमनाथ लॉन्च से पहले : तिरूपति जिले के चेंगलम्मा परमेश्वरी मंदिर में पूजा- अर्चना करने पहुंचे इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने आदित्य L1 के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा- आज से आदित्य L1 का काउंटडाउन शुरू हो रहा है और यह 2 सितंबर सुबह 11.50 बजे के आसपास लॉन्च होगा।
आदित्य L1 उपग्रह सूर्य का अध्ययन करने के लिए है। L1 बिंदु तक पहुंचने में इसे 125 दिन लगेंगे। यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण लॉन्च है। चंद्रयान- 4 भी होगा जल्दी लॉन्च इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने आदित्य L1 के अलावा भारत के आगामी अंतरिक्ष मिशन के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हमारा अगला प्रक्षेपण गगनयान अक्टूबर के पहले सप्ताह तक होगा। उन्होंने कहा कि हमने अभी तक चंद्रयान-4 को लेकर फैसला नहीं किया है, हम जल्द ही इसकी घोषणा करेंगे।
बहरहाल, इसरो प्रमुख की धार्मिक आस्था को देखकर जाहिर है कि जहां एक तरफ वे वैज्ञानिक शोध में जुटे हैं, वहीं उनकी निजी आस्था ईश्वर में भी है।