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मध्यप्रदेश में डॉक्टरों की हड़ताल ने कई लोगों को पहुंचाया काल के गाल में, इलाज के अभाव में 18 वर्षीय महिला ने तोड़ा दम 14 घंटे बाद भी नहीं ली किसी ने सुध

Neemuch headlines May 4, 2023, 9:57 pm Technology

इंदौर। कहते है कि इस धरती पर डॉक्टर ईश्वर का दूसरा रूप है जो मानव जीवन को बचाने के लिए पूरी ताकत लगा देते हैं। ऐसे में अगर किसी आम व्यक्ति के साथ कोई घटना घटित हो जाती है तो वह डॉक्टर को भगवान के स्वरूप मानकर उसकी शरण में जाता है और यह उम्मीद लगाता है कि वह अपने उस परीचित को बचा लेगा। परंतु अपने व्यक्तिगत फायदे के लिए हड़ताल पर गए डॉक्टरों की वजह से मध्यप्रदेश में कई मरीजों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा।

इलाज के अभाव में बेड पर तड़पते हुए दम तोड़ दे उन लोगों को देख आंखें अपने आप छलक जाती है। ऐसा ही एक वाकया मध्यप्रदेश के इंदौर स्थित एमवाय हॉस्पिटल का देखने में आया जाए 18 वर्षीय महिला तुलसी लक्षकरी पिता स्वर्गीय विजय लक्षकरी जिसको की करंट लगने की वजह से गंभीर रूप से घायल अवस्था में अस्पताल लाया गया।

इस दौरान युवती को आईसीयू में एडमिट किया, परंतु हड़ताल की वजह से किसी की डॉक्टर ने युवती को हाथ तक नहीं लगाया। हालत गंभीर होने के चलते युवती ने बेड पर ही कब दम तोड़ दिया यह किसी को पता ही नहीं चला। दुर्भाग्य तब रहा जब मौत के बाद भी युवती के परिजन अस्पताल स्टाफ के सामने एक बार युवती को देखने के लिए गिड़गिड़ाते रहे। जिसने भी यह नजारा देखा उसकी आंखें नम हो गई। परंतु पत्थर दिल स्टॉफ और डॉक्टरों का मन नहीं पसीजा। आपको बता दें मृतिका तुलसी के पिता का काफी समय पहले देहांत हो गया था उसके बाद तीन बहनों और मां की जिम्मेदारी को वह खुद संभाल रही थी।

ऐसे में परिवार से उस युवती का चले जाना मानो परिवार पर वज्रपात हुआ है। प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान इस मामले को गंभीरता से लेते हुए युवती के परिजनों को आर्थिक सहायता प्रदान करें जिससे परिवार की सड़कों पर भीख मांगने की नौबत ना आए।

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