नीमच। गायत्री मंदिर रोड जैन चिकित्सालय के पास रहने वाले वयोवृद्ध दानवीर भामाशाह माणकलाल सोनी जैन का 96 वर्ष की आयु में मंगलवार रात 10:30 बजे निधन हो गया था। उनकी अंतिम यात्रा शहर के प्रमुख मार्गो से निकली नीमच सिटी रोड रोडवेज बस स्टैंड के सामने मुक्तिधाम पर उनका अंतिम संस्कार किया गया। मुखाग्नि उनके जेष्ठ पुत्र बाबूलाल सोनी, सुपोत्र अनिल सुनील नितेश पंकज ने दी। दिवंगत दानवीर भामाशाह मानक लाल सोनी बाबूलाल के पिता तथा पारसमल धन रूप मल के काका जी एवं अनिल सुनील निलेश पंकज के दादाजी , अक्षय आर्यन ऋषभ तीर्थ आदि के पडदादा जी थे।
मुक्तिधाम पर आयोजित शोक सभा में वरिष्ठ समाजसेवी मनोहर सिंह लोढ़ा पारस नागोरी श्री जैन श्वेतांबर भीड़ भजन पार्श्वनाथ मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष अनिल नागौरी, पूर्व अध्यक्ष अखेसिंह कोठारी ,वरिष्ठ पत्रकार प्रेम प्रकाश जैन, राजेश मानव, अमृतलाल कोठारी ,बलवंत मेहता, मनोज नागोरी, अखिल भारतीय जायसवाल स्वर्गीय महासभा के राष्ट्रीय सचिव अर्जुन जायसवाल, गेंदमल पामेचा घनश्याम बाफना बंटू, शौकीन चौधरी , दिलीप मित्तल, आदि ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। श्रद्धांजलि सभा में उपस्थित वक्ताओं ने कहा कि मानक लाल जी सोनी सामाजिक धार्मिक परमार्थ के पुरुषार्थ के सेवा कार्यों के लिए दान पुण्य के लिए तत्पर रहते थे।
उन्होंने सिद्धा चल वाटिका हरकियाखाल, महावीर जिनालय विकासनगर, अरिहंत जल मंदिर, ग्रेटर यात्री, माणक, प्रतिक्षालय, संस्कार वाटिका, आदि सेवा प्रकल्प में योगदान दिया था। उन्होंनेअपनी संपत्ति का उचित स्थानों पर दान कर सदुपयोग किया था।
सभी के लिए आदर्श प्रेरणादाई कदम बने थे। मंदिर उपाश्रय तपस्या विहार आराधना भवन चल मंदिर विश्राम भवन नेकी की दीवार सार्वजनिक सेवा परमार्थ के निर्माण कार्यों के लिए भी अपने जीवन काल में लाखों रुपए दान दिए थे। उनके निधन से जो रिक्त स्थान से समाज को जो क्षति हुई है वह सदैव अपूर्ण रहेगी।