सुबह से रात तक योजना में कार्य कर रहे कर्मचारियों में से कोई छत तो कोई पेड़ों पर चढ़कर ढूंढ रहा नेटवर्क कनेक्टिविटी
सिंगोली। मध्यप्रदेश शासन द्वारा शुरू की गई महत्वकांक्षी लाडली बहना योजना मैं इन दिनों फॉर्म भरने की प्रक्रिया मध्यप्रदेश के सभी गांव और जिला स्तर पर जोर शोर से चल रही है।
योजना में अब तक कई हजार फॉर्म भरे जा चुके हैं। लेकिन दूरस्थ ग्रामीण अंचलों में कई जगहों पर सर्वर डाउन और नेटवर्क कनेक्टिविटी की समस्या से योजना में कार्य कर रहे कर्मचारियों के साथ साथ ही घंटो-घंटो लाइन में खड़ी होकर महिलाओं को भी योजना मैं पंजीयन करवाने के लिए सुबह से लेकर शाम तक पंचायत कार्यालयों के बाहर इंतजार करना पड़ रहा है ताकि योजना में फार्म भरे जा सके लेकिन सर्वर डाउन और कनेक्टिविटी के नहीं मिलने के कारण घंटों इंतजार के बाद बिना पंजीयन करवाएं ही उन्हें वापस घर लौटना पड़ रहा है। इतना ही नहीं नेटवर्क की समस्या की वजह से कई पंचायत सचिव घर की छत के ऊपर तो कई पेड़ पर चढ़कर कनेक्टिविटी ढूंढने का प्रयास कर रहे हैं। सबसे ज्यादा परेशानियों का सामना तहसील क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायतों में पदस्थ कर्मचारियों और ग्रामीणों को करना पड़ रहा है। क्योंकि वहां नेटवर्क की सबसे ज्यादा समस्या बनी रहती है। जिले के सिंगोली तहसील क्षेत्र में सर्वर डाउन होने की वजह से फॉर्म भरने में काफी ज्यादा दिक्कत फार्म भरने के लिए लगाए गए कर्मचारियों को हो रही है। सर्वर नहीं आने की वजह से कई पंचायत सचिवों और सहायक सचिवों को पेड़ पर चढ़कर फॉर्म भरने ओटीपी आने का इंतजार करना पड़ रहा हैं तो कई सीढ़ियों पर चढ़कर योजना के फार्म भरने को मजबूर हैं। वही कई महिलाओं को बिना फार्म भरवाए ही निराश होकर घर लौटना पड़ रहा है।
इसको लेकर आदिवासी अंचल की ग्राम पंचायत अंबा के सचिव जगन्नाथ राव जाट क्षेत्र की ग्राम पंचायत खातीखेड़ा में पदस्थ सचिव अर्जुनसिह चौहान ग्राम पंचायत कछाला के सहायक सचिव नाना लाल धाकड़ और फुसरिया ग्राम पंचायत के सरपंच प्रतिनिधि बाबूलाल धाकड़ ने जानकारी देते हुए बताया कि बिल्कुल भी नेटवर्क नहीं मिलने की वजह से फॉर्म भरने में काफी ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। और बहनों और महिलाओं के आक्रोश का भी सामना करना पड़ रहा है सुबह से लेकर रात तक नेटवर्क की समस्या का सामना करना पड़ रहा है नेटवर्क की समस्या अगर नहीं हो तो योजना में एक फार्म भरने के लिए कुछ ही समय लगता है काफी दिक्कतों के बावजूद भी कोई भी महिला योजना से वंचित ना रहे इसलिए परेशानियां जेल कर भी मुस्तैदी के साथ फार्म भर रहे हैं ताकि हर पात्र को योजना का लाभ मिले।