नीमच। नीमच शहर की बंगला बगीचा क्षेत्र की जनता वर्षों से बंगला बगीचा समस्या के उचित समाधान की आस में जी रही है परंतु सत्ताधारी पार्टी द्वारा आज तक बंगला बगीचा क्षेत्र की जनता की तकलीफों की और किसी प्रकार का कोई ध्यान नहीं दिया है ।
यह बात आप नेता एवं बंगला बगीचा संघर्ष समिति के अध्यक्ष अमित शर्मा द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कही उन्होंने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से यह बताया की यदि 24 तारिक को मुख्यमंत्री नीमच आकर बंगला बगीचा वासियों की समस्या का उचित समाधान नहीं करते हैं तो हमें फिर से आंदोलन की राह पर जाना पड़ेगा । शर्मा ने विज्ञप्ति के माध्यम से यह बताया की बंगला बगीचा समस्या समाधान के नाम पर समस्या को सुलझाने की जगह काला कानून बना समस्या को और उलझा दिया है । बंगला बगीचा क्षेत्र की जनता को साथ लेकर बंगला बगीचा संघर्ष समिति द्वारा नगरी निकाय चुनाव से पहले बड़ा आंदोलन किया गया था और नगरी निकाय चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों द्वारा बंगला बगीचा क्षेत्र की जनता को यह आश्वासन दिया था कि यदि सत्ता पर भारतीय जनता पार्टी काबिज होती है तो बंगला बगीचा क्षेत्र की जनता की मांगों को पूरा किया जाएगा और उन्हें जल्द से जल्द राहत प्रदान की जाएगी। परंतु नगरी निकाय चुनाव के नतीजे आए भी लगभग 7 से 8 माह हो गए हैं और विधानसभा चुनाव सर पर हैं
ऐसे में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी चौहान नीमच आ रहे हैं और बंगला बगीचा क्षेत्र की जनता उनसे इस बात की आस लगाए बैठी है कि समस्या का जल्द ही उचित निराकरण किया जाए और बंगला बगीचा व्यवस्थापन नियम में संशोधन कर जनता को राहत पहुंचाई जाए। पूर्व में भी कई बार घोषणा वीर मुख्यमंत्री बंगला बगीचा समस्या के उचित समाधान की घोषणा कर चुके हैं परंतु समाधान के नाम पर बंगला बगीचा क्षेत्र के लोगों की तकलीफ और बढ़ा दी गई है।
बंगला बगीचा समस्या समाधान के लिए जो व्यवस्थापन नियम बनाया गया है उसमें कई खामियां हैं और क्षेत्र की जनता द्वारा लिखित में और मीडिया के माध्यम से कई बार हमारे जनप्रतिनिधियों तक पहुंचा दी गई है, परंतु हमारे जनप्रतिनिधियों की निष्क्रियता के चलते समस्या का उचित समाधान नहीं हो पा रहा है यदि मुख्यमंत्री आने वाली 24 तारीख को नीमच आकर बंगला बगीचा वासियों को राहत प्रदान नहीं करते हैं तो बंगला बगीचा क्षेत्र की जनता को साथ लेकर फिर से आम आदमी पार्टी के बैनर तले आंदोलन चलाया जाएगा और आने वाले विधानसभा चुनावों में भाजपा को इस दगाबाजी का परिणाम भुगतना पड़ेगा।