रामपुरा। नगर में चुनाव के समय बड़े-बड़े लुभावने वादे करके जनता के वोट बटोरने वाले जनप्रतिनिधि चुनाव के बाद उसी जनता की तरफ पलट कर भी नहीं देखते।
उक्त कहावत को सत्य करते क्षेत्र के विधायक नजर आ रहे हैं, कहने को तो रामपुरा तहसील मुख्यालय है परंतु व्यवस्थाओं के नाम पर ग्राउंड रिपोर्ट जीरो है। यहां से निर्वाचित हुए जनप्रतिनिधि रामपुरा नगर को लेकर बड़े-बड़े वादे करते हैं परंतु नगर सहित अंचल की जनता को हमेशा निराशा ही मिलती है। ऐतिहासिक नगर रामपुरा अब केवल कागजों में ही सिमट कर रह गया है। ज्ञात हो कि यहां से जितने भी जनप्रतिनिधि निर्वाचित हुए हैं उन्होंने हमेशा रामपुरा नगर को छला है। वहीं नीमच जिले के मनासा विधानसभा के रामपुरा ने प्रदेश को कहीं बड़े-बड़े जनप्रतिनिधि दिए हैं। परंतु उन्हें जनप्रतिनिधियों ने अपने जन्म भूमि के लिए कभी कुछ ख़ास नहीं किया। प्रदेश के वर्तमान एवं पूर्व काबीना मंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री सहित कहीं बड़े-बड़े दिग्गज जनप्रतिनिधियों ने रामपुरा में शिक्षा ग्रहण की है। परंतु आज रामपुरा नगर के शिक्षण संस्थान अपनी विरानी पर आंसू बहा रहे हैं ।
अभी वर्तमान में मध्यप्रदेश शासन द्वारा प्रदेश में उत्कृष्ट शिक्षा को लेकर प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान द्वारा पूरे प्रदेश में सीएम राइज विद्यालय खोले जा रहे हैं। अगर उक्त विद्यालय रामपुरा नगर को मिलता तो रामपुरा नगर के लिए विकास में एक नया अध्याय लिखा जा सकता था। ज्ञात हो कि रामपुरा कुछ दशक पहले अपने बेहतरीन शिक्षा प्रणाली एवं एजुकेशन हब के तौर पर नीमच मंदसौर जिले में विख्यात था। परंतु सीएम राइस स्कूल भी मनासा नगर को मिला है और रामपुरा को एक बार फिर निराशा हाथ लगी है । अभी हाल ही में केंद्र की मोदी सरकार द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में नई क्रांति को लेकर जगह-जगह पीएम श्री स्कूल की नींव रखी जा रही है। जिसको लेकर रामपुरा क्षेत्र में उत्साह था कि शायद एक पीएम श्री विद्यालय रामपुरा नगर या रामपुरा अंचल को भी मिलेगा परंतु विकास के बड़े-बड़े वादे करने वाले क्षेत्र के सांसद ने भी रामपुरा नगर को निराश ही किया है। वर्तमान में मिले तीनों पीएम श्री विद्यालय मनासा नगर सहित मनासा अंचल को मिल गए हैं । और संयोग की बात यह है कि मनासा से 5 किलोमीटर दूर स्थित हाड़ी पिपलिया को पीएम श्री विद्यालय की सौगात दी गई है यह समझ से परे है । कि जब मनासा क्षेत्र में पीएम श्री विद्यालय है तो मात्र 5 किलोमीटर दूर हाड़ी पिपलिया गांव में पीएम श्री विद्यालय की सौगात देना समझ से परे है। क्षेत्र की जनता को क्षेत्र के विधायक एवं सांसद से बड़ी उम्मीद थी कि रामपुरा क्षेत्र जोकि डूब ग्रसित होकर अपने अस्तित्व की बचाने की जद्दोजहद में लगा हुआ है यहां के निवासियों को क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों से यह उम्मीद थी कि जनप्रतिनिधि विभिन्न योजनाओं के माध्यम से एक बार पुनः रामपुरा नगर को प्रगति पथ पर ले जाएंगे। पर रामपुरा नगर को सभी जनप्रतिनिधियों ने हमेशा ठगने का ही काम किया है। परंतु इस बार नगरवासी एकजुट है अगर इसी प्रकार रामपुरा के साथ सौतेला व्यवहार किया गया तो इस बार 2023 में जनता रामपुरा से इन जनप्रतिनिधियो को बाहर का रास्ता दिखाएगी।