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शोभायात्रा के साथ 8 दिवसीय अष्टानिका महापर्व एवं विधान कार्यक्रम का समापन, अभिषेक एवं महायज्ञ करते हुए विश्वशांति की कामना की

प्रदीप जैन March 8, 2023, 8:28 pm Technology

सिंगोली। नगर के श्री पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर पर अष्टानिका महापर्व एवं सिद्धचक्र मण्डल विधान पुजन कार्यक्रम बडे ही भक्ति भाव व उत्साह के साथ सम्पन्न हुए उपरोक्त कार्यक्रम 27 फरवरी से 7 मार्च तक चले जिसमे हर रोज श्री सिद्धचक्र मण्डल विधान पुजन व अन्य धार्मिक कार्यक्रम आयोजित हुए।

मिली जानकारी के अनुसार नगर मे आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के परम आशीर्वाद व कटंगी से पधारे बाल ब्रह्मचारी सौरभ भैय्या के सानिध्य मे संगीत मय श्री सिद्धचक्र मण्डल विधान का आयोजन आयोजित हुआ। जिसमे प्रतिदिन धार्मिक आयोजन के तहत मन्दिर मे श्री जी का अभिषेक व शान्ति धारा करने का श्रावक श्रेष्टीयो को सौभाग्य प्राप्त हुआ। अष्टानिका महापर्व एवं विधान कार्यक्रम के दौरान प्रतिदिन रात्री मे संगीतमय श्री जी भगवान की महा आरती एवं बाल ब्रह्मचारी भैय्या सौरभ जी के सार गर्भित प्रवचन हुए साथ ही बालिका मण्डल व महिला मंडल द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए। दिनांक 8 मार्च बुधवार को प्रातःकाल शांति धारा व अभिषेक के साथ ही विश्व शांति के लिए महायज्ञ करते हुए विश्व मे शांतिपूर्ण वातावरण रहे ऐसी कामना की गई। महायज्ञ मे यज्ञ नायक बनने का सोभाग्य नगर परिषद अध्यक्ष सुरेश जैन भाया को प्राप्त हुआ वही महायज्ञ नायक बनने का सौभाग्य नंदलाल बन्टु कुमार प्रकाश चंद्र बगड़ा को प्राप्त हुआ चक्रवर्ती बनने का सोभाग्य सुरजमल पंकज कुमार बगड़ा को प्राप्त हुआ वही विधान के लिए समाज के अनेक श्रावक श्राविका अलग अलग पात्र बने ओर अष्टानिका महापर्व ओर विधान कार्यक्रम को भव्यता प्रदान की। विधान कार्यक्रम समापन के अवसर पर नगर मे भव्य शौभा यात्रा निकाली गई जो नगर के प्रमुख मार्गो से होती हुई पुनः मन्दिर परिसर पहुंची जहां समाजजनो ने बाल ब्रह्मचारी सौरभ भैय्या का बहुमान किया । शौभा यात्रा के दौरान रास्ते भर श्रावक श्राविकाओ द्वारा श्री जी की पूजन और आरती की गई । शौभा यात्रा के पश्चात महावीर मांगलिक भवन पर समाजजनो का स्नेह भोज आयोजित हुआ।

तपोदय तीर्थ क्षैत्र बिजौलिया से आया रथ रहा मुख्य आकर्षण का केंद्र :- आज नगर मे निकली शौभा यात्रा मे श्री जी को विराजमान करा कर नगर भ्रमण के लिए आये तपोदय तीर्थ क्षैत्र बिजोलिया से आया रथ प्रमुख आकर्षण का केंद्र रहा, ज्ञात रहे रथ को भक्तो द्वारा हाथ से खिंचकर नगर भ्रमण कराया गया।

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