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आंगनवाड़ी कर्मियों ने की प्रदेशव्यापी भूख हड़ताल, सौंपा 26 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन

Neemuch headlines February 27, 2023, 8:53 pm Technology

नीमच। दिनांक 27 फरवरी को जारी एक प्रेस नोट में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका एकता यूनियन की वीणा पथरोड़ एवं सीटू के राज्य सचिव कामरेड शैलैन्द्र सिंह ठाकुर ने बताया कि बाल विकास विभाग में कार्यरत आंगनवाडी कार्यकर्ता, उपकेन्द्र की कार्यकतायें एवं सहायिकायें, शासकीय विभाग में, शासकीय अधिकारियों की देखरेख एवं मार्गदर्शन में, शासकीय योजनाओं की लागू करने का काम कर रही है।

शासन अपने सभी काम आंगनवाडी कर्मियों से करवाती है। गांव एवं शहर में शासन के एक प्रमुख केन्द्र के रूप में आंगनवाडी केन्द्र काम कर रहा हैं। शासन के पास मौजूद सभी जानकारियां आंगनवाडी कर्मियों द्वारा एकत्रित की हुई होती हैं। इस तरह स्थानीय स्तर पर शासन के प्रतिनिधि के रूप में 35-40 वर्षों की सेवा के बाद सेवानिवृत्ति पर आंगनवाडी कर्मियों को पेंशन, ग्रेच्युटी आदि कोई भी सेवानिवृत्ति लाभ नहीं दिया जाता है। भारतीय श्रम सम्मेलन के 45वें सत्र द्वारा आंगनवाडी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं को कर्मचारी का दर्जा, न्यूनतम वेतन एवं सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के लाभ देने का निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया था, लेकिन सरकार इसे लागू नहीं कर रही है। प्रदेश में वर्ष 2018 में मानदेय में की गयी वृद्धि के एक वर्ष बाद सरकार द्वारा कार्यकर्ता, सहायिका एवं उप केन्द्र की कार्यकर्ताओं के मानदेय में की गयी अनुचित कटौती की राशि का एरियर सहित भुगतान करने की मांग को लेकर प्रदेश भर में निरंतर विरोध कार्यवाहियां जारी है, लेकिन सरकार ने इस राशि की एरियर सहित वापसी हेतु कोई कदम नहीं उठाया है। 8 अप्रैल 2018 राज्य स्तरीय पोषण उन्मुखीकरण कार्यक्रम में माननीय मुख्यमंत्री ने सेवानिवृत्ति पर कार्यकर्ता को एक लाख एवं सहायिकाओं को 75,000 रुपये देने की घोषणा की थी, लेकिन इस घोषणा के 5 वर्ष पूरा होने के बाद भी सरकार इसे लागू नही कर रही हैं। इसी तरह 25 अप्रैल 2022 को सर्वोच्च न्यायालय ने आदेश पारित कर आंगनवाडी कर्मियों की सेवानिवृत्ति पर ग्रेच्युटी का भुगतान का निर्णय दिये जाने के बाद भी विभाग में जमा किये गये ग्रेच्युटी के आवेदनों का निराकरण हेतु सरकार कोई कदम नही उठा रही है।

वर्ष 2018 के बाद महंगाई लगातार बढ रही है जिसके असहनीय बोझ में आंगनवाडी कर्मियों के परिवार का जीवन बुरी तरह से प्रभावित हैं, लेकिन सरकार महंगाई के अनुरूप मानदेय में वृद्धि कर आंगनवाडी कर्मियों को न्यायपूर्ण वेतन दिये जाने की मांग पर कदम नहीं उठा रही है। इस स्थिति में आंगनवाडी कार्यकता एवं सहायिका एकता यूनियन मध्य प्रदेश (सीटू) द्वारा दिनांक 3.2.2023 को राजधानी भोपाल में प्रदर्शन कर 26 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा गया था लेकिन उपरोक्त मांगों के निराकरण की दिशा में अब तक कोई कदम नही उठाये जाने के चलते आंगनवाडी कार्यकर्ता एवं सहायिका एकता यूनियन मध्य प्रदेश (सीटू) ने 26 फरवरी 2023 से 24 घंटे की भूख हडताल करने एवं 27 फरवरी 2023 को एक दिवसीय प्रदेश व्यापी आंगनवाडी केन्द्र बंद हड़ताल की गई।

अतः आज 27 फरवरी 2023 को प्रदेश भर में आयोजित 24 घंटे की भूख हडताल एवं प्रदेश व्यापी केन्द्र बंद हड़ताल निम्न मांगें:-

(1) मजदूर विरोधी श्रम संहिताओं को वापस लिया जावे आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं को शासकीय कर्मचारी की श्रेणी में शामिल किया जावे तब तक सहायिका को न्यूनतम वेतन 26,000 रुपये दिया जावे।

(2) राज्य सरकार के द्वारा अपने हिस्से के मानदेय में की गई अनुचित कटौती का आदेश तुरन्त निरस्त करें एवं अक्टूबर 2018 से काटी गई राशि का एरियर सहित तुरन्त भुगतान करें।

(3) सुप्रीम कोर्ट द्वारा 24 अप्रैल 2022 को किए गये फैसले में आंगनवाड़ी कर्मियों को रिटायर होने पर ग्रेच्युटी दिये जाने लिए आदेश किया गया है सुप्रीम कोर्ट के आदेश का म.प्र. में भी पालन कराया जावे। सभी रिटायर आंगनवाड़ी कर्मियों को ग्रेच्युटी प्रदान की जाये।

(4) आंगनवाड़ी कर्मियों के मानदेय की उपभोक्ता मूल्य सूचकांक से जोड़कर महंगाई भत्ता प्रदान किया जावे।

(5) जब तक आंगनवाड़ी कर्मियों को सरकारी कर्मचारी नहीं बनाया जाता तब तक सरकारी कर्मचारियों पर लागू होने वाली सेवा शर्तें उन पर न लगाई जायें। आंगनवाड़ी कर्मियों द्वारा की गई राजनीतिक गतिविधियों पर कोई प्रतिबंध न लगाया जावे जिसमें किसी भी चुनाव में भाग लेने की स्वतंत्रता शामिल हो।

(6) दिनांक 8 अप्रैल 2018 को मुख्यमंत्री निवास में आयोजत पोषण उन्मुखीकरण कार्यक्रम में माननीय मुख्यमंत्री जी ने आंगनवाड़ी कर्मियों की सेवानिवृत्ति पर कार्यकर्ता को एक लाख रुपये एवं सहायिका को 25 हजार रुपये देने की घोषण की थी इसे घोषणा दिनांक से लागू कर घोषणा के बाद सेवानिवृत्त सभी आंगनवाड़ी कर्मियों को इसका लाभ दिया जावे बढ़ी हुई महंगाई को दृष्टिगत रखते हुए राशि बढ़ाकर कार्यकर्ता को 5 लाख रुपये एवं सहायिका को 3 लाख रुपये दिये जायें।

(7) पोषण ट्रैकर एप द्वारा काम किये जाने हेतु प्रत्येक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को विभाग की ओर से उपयुक्त मोबाईल व पोषण ट्रैकर एप में हिन्दी वर्जन एवं मोबाईल चलाने हेतु सिम कार्ड व पर्याप्त डाटा विभाग द्वारा हर माह दिया जाये विभाग द्वारा 200 रुपये प्रतिमाह दिया जाता है जबकि किसी भी सिम में 28 दिन के लिए 500 रुपये से कम में डाटा नहीं डाला जाता है जबकि माह 30-31 दिनों का होता है।

(8) प्रदेश में आशाओं की तरह आंगनवाड़ी कर्मियों के लिए कल्याण योजना बनाई जावे। जिसमें आंगनवाड़ी कर्मियों एवं उनके परिवार के लिए मुफ्त इलाज के लिए निःशुल्क सुविधा दी जाये।

(9) मिनी केन्द्रों को फुल केन्द्र बनाया जाये। मिनी कार्यकर्ताओं को फुल कार्यकर्ताओं की तरह समस्त लाभ दिये जायें।

(10) आंगनवाड़ी केन्द्रों के क्षतिग्रस्त भवनों को तुरन्त मरम्मत कराई जाये तथा सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों में बिजली-पानी आदि बुनियादी सुविधाओं को उपलब्धता सुनिश्चित की जावे ।

(11) अन्य विभागों के कोर्ट के आदेशानुसार विभाग के मंत्रालय एवं आयुक्त महिला बाल विकास विभाग के आदेश होने के बाद भी आंगनवाड़ी कर्मियों को अन्य विभागों का काम करवाने के लिए विवश किया जाता है। अतः कलेक्टर महोदय को सख्ती से निर्देशित किया जाये कि आई सी डी एस के अलावा अन्य विभागों का कार्य न करवाये जायें।

(12) मध्यप्रदेश श्रम सलाहकार परिषद के द्वारा 22 जनवरी 2016 के सर्वसम्मति अनुमोदन को लागू कर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं के लिए न्यूनतम वेतन लागू कर एरियर सहित भुगतान किया जावे।

(13) आई. सी डी एस के सभी लाभार्थियों के लिए अच्छी गुणवत्ता के साथ पर्याप्त पोषण आहार प्रदान किया जावे।

(14) आंगनवाड़ी केन्द्रों का भवन किराया कहीं वर्ष से कहीं 5-6 माह से भुगतान नहीं हुआ जिसके कारण मकान मालिक आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को किराया तत्काल भुगतान करने व आंगनवाड़ी केन्द्र खाली करने के लिए परेशान कर रहे हैं। आंगनवाड़ी भवन किराया तत्काल भुगतान कराकर समस्या का समाधान करें।

(15) आंगनवाड़ी कर्मियों को मिलने वाली पंचवर्षीय मानदेय वृद्धि 31 रुपये एवं 10 वर्ष में 63 रुपये दिये जाते हैं मार्च 2022 से अप्राप्त है एरियर सहित तत्काल भुगतान कराया जाये।

(16) पर्यवेक्षक के रिक्त 100 प्रतिशत पदों को योग्य आंगनवाड़ी कर्मियों से भर्ती करो।

(17) कार्यकर्ताओं के रिक्त 100ः पदों को योग्य सहायिकाओं से भरा जाये। 10 वर्ष वरिष्ठता के स्थान पर 5 वर्ष वरिष्ठता की जाये।

(18) पोषण ट्रेकर व संपर्क एप में अभी तक 200 रुपये डाटा एन्ट्री नेट कनेक्टविटी (मोबाईल रिचार्ज) की राशि दी जाती थी जसे 166 रुपये प्रतिमाह कर दिया गया है जो बहुत ही कम है। 28 दिनों के लिए डाटा 250 रुपये में आता है एवं माह में 30-31 दिन होते हैं। 200 रुपये की राशि को बढ़ाने के बजाय और कम कर दिया गया है इस राशि को 300 रुपये किया जाये या सरकार द्वारा मोबाईल में राशि डाल जाये। राशि खत्म काम बन्द ।

(19) ग्रीष्मकालीन अवकाश 1 माह का आंगनवाड़ी कर्मियों को दिया जाये।

(20) कोरोना काल में आंगनवाड़ी कर्मियों को 10 हजार रुपये अतिरिक्त राशि देने को माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा घोषणा की गई थी जो आज तक प्राप्त नहीं हुई तत्काल भुगतान कराया जाये।

(21) आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को 5 वर्षीय एवं 10 वर्षीय मानदेय वृद्धि मार्च से नहीं दी गई जिसका भुगतान अतिशीघ्र कराया जाये।

साथ ही आंगनवाड़ी कर्मियों की 10 प्रतिशत वार्षिक मानदेय वृद्धि की जाये।

(22) आंगनवाड़ी कर्मियों को माह का सवैतनिक अवकाश दिया जाये।

(23) आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, मिनी कार्यकर्ता के कार्य परिभाषित होने चाहिए उन्हें अतिरिक्त कार्यों की कोई जिममेदारी नहीं देना चाहिए।

(24) पेंशन दिये बिना सेवानिवृत्ति के लिए उम्र का कोई बन्धन न हो।

(25) सभी यूनियनों के प्रतिनिधियों को शामिल करके हर जिले और राज्य में शिकायत निवारण कमेटी बनाई जाये और समय-समय पर इनकी बैठकें की जायें।

(26) आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका एकता यूनियन सीटू म.प्र. को आंगनवाड़ी कर्मियों के प्रतिनिधि के रूप में मान्यता दी जानी चाहिए और उनसे संबंधित सभी मुद्दों पर नियमित चर्चा की जानी चाहिए। प्रदेशव्यापी भूख हड़ताल एवं केंद्र बंद हड़ताल करते हुए ज्ञापन को सुश्री पिंकी साठे को सौंपा।

ज्ञापन का वाचन राजकुमारी देवी ने किया।

हड़ताल में वीणा पथरोड, सुषमा गुप्ता, लीला कीलोरियां, मंजू सक्सेना, कोमल गुर्जर, कांता चैधरी, रेखा तिवारी, तारा बैरागी, क्रांति शर्मा, प्रीति गुरंग, अनीता शर्मा, स्नेहलता लोहार, रानू श्रीवास्तव, शहीदा बी, बुलबुल शर्मा, साधना सिंह, वंदना देवड़ा, जयश्री यादव, तरन्नुम खान, नीतू मौर्य, प्रीति गोयल, राज कुंवर, किशोर जवेरिया, सुनील शर्मा, शैलेंद्र सिंह ठाकुर सहित जिलेभर से भारी संख्या में आंगवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाऐं उपस्थित थी।

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