संयम हि मनुष्य का उद्धार करने वाला एवं मोक्ष का मार्ग है- बाल ब्रह्मचारणी गुंजा दिदी

प्रदीप जैन September 5, 2022, 3:24 pm Technology

सिंगोली। स्थानीय पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मन्दिर पर पर्युषण महा पर्व के छठवें दिन उत्तम संयम धर्म (धुप दशमी) पर आज विशेष अवसर होने से सभी ने भक्ति भाव के साथ भगवान का अभिषेक शान्ति धारा व पुजन की आगरा से पधारी आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज कि परम शिष्या बाल ब्रह्मचारणी गुंजा दिदी व शिविका दिदी ने प्रातः 7 बजे श्री जी का अभिषेक व शान्तिधारा बडे उस्साह से साथ संपन्न कराई व प्रथम शान्तिधारा करने का सोभाग्य रतनलाल मुकेश कुमार सिरोलिया परिवार को प्राप्त हुआ।

दोनो दिदी एवं महावीर साकुण्या तथा अभिषेक ठोला के मीठे मीठे भजनो के साथ संगीत मय पुजन हुई जिसमें सभी ने पुजन मे बैठ कर पुण्य अर्जन किया वहि गुंजा दिदी ने बताया कि जिस मनुष्य ने अपने जीवन मे संयम धारण कर लिया है उसका मनुष्य जीवन सार्थक एवं सफल हो गया हम सभी संयमित होकर अपने जीवन को सार्थक बना सकते है क्योकि पन्चइन्द्रियों के विषेयो का सेवन हम सुख कि वा॔छा से करते है। हम सब मिलकर विचार करे कि क्या हमे विषेयो के सेवन से सुख मिलता है क्या तो हम पायेगे की नही यदी परिणाम नकारात्मक है तो हम क्षणिक सुख के पिछे हमारे अमुल्य मनुष्य जीवन को क्यो इन विषेयो के पिछे बर्बाद कर रहे है।

हमे संयम धारण कर जीना चाहिए संयम हि मोक्ष का एक मात्र रास्ता है।आज सुगन्ध दशमी होने पर हमे संकल्प लेकर हमारे जीवन मे कुछ ना कुछ बदलाव लाना चाहिए तथा जीवन को संयमित जीवन बनाने की ओर कदम बढ़ाने चाहिए। आज के इस पावन अवसर पर मन्दिर जी मे सायं काल सामुयिक धुप खेरी जाएगी व भगवान कि भव्य मंगल आरती उतारी जाएगी दिदी के मुखारविंद से धुप दशमी पर रात्रि मे कथा व सांस्कृतिक कार्यक्रम होगे जिसमे सभी समाज जन उपस्थित रहकर पुण्य अर्जन करे।

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