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श्री माहेश्वरी समाज भवन रुद्राक्ष मंदसौर में पलोड़ परिवार द्वारा आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का भव्य शुभारंभ

निर्मल मूंदड़ा December 26, 2025, 12:53 pm Technology

गर के सभी प्रमुख मार्गो से निकली विशाल शोभायात्रा का रास्ते में कई स्थानों पर हुआ पुष्पवर्षा से भव्य स्वागत

रतनगढ़। स्व.श्री बंशीलाल पलोड़ एवं स्व.श्रीमति कंचन बाई पलोड़ व पूर्वजों की पुण्य स्मृति में पलोड़ परिवार मंदसौर द्वारा दिनांक 25 दिसंबर से आयोजित संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा की शुरुआत के पूर्व विधिवत पूजा अर्चना के पश्चात श्री चारभुजा नाथ मंदिर बड़ा चौक जनकुपुरा मंदसौर से बैंडबाजो व ढोल ढमाको की मधुर स्वर लहरियों के बीच बालिकाओं एवं महिलाओं के द्वारा अपने सिर पर मंगल कलश एवं पुरुषों के द्वारा बारी-बारी से अपने सिर पर भागवत पोथी को उठाकर व हाथ मे लड्डू गोपाल का आकर्षक दिव्य स्वरुप लेकर आकर्षक सुमधुर भजनों की धुन पर नाचते गाते पलोड़ परिवार,माहेश्वरी समाज एवं माहेश्वरी महिला मंडल सहित सैकड़ो श्रद्धालु महिला पुरुष भक्तों के द्वारा भगवान श्री चारभुजा नाथ व श्री कृष्ण कन्हैयालाल के गगन भेदी जयकारे लगाते हुए विशाल शोभायात्रा निकाली गई।जो नगर के सभी प्रमुख मार्गो से होते हुए नयापुरा रोड़ पर स्थित श्री माहेश्वरी समाज भवन रुद्राक्ष में पहुंचकर समाप्त हुई। रास्ते में कई स्थानों पर शोभा यात्रा में शामिल सभी भक्तों श्रीमद् भागवत पोथी एवं शोभायात्रा में सबसे पीछे चल रहे आकर्षक सुसज्जित रथ में विराजित संत श्री ललित जी राजपुरोहित महागढ़ का माहेश्वरी समाज के पदाधिकारीयो,भाजपा नेता व वरिष्ठ समाजसेवी हिम्मत डांगी मित्र मंडल एवं चारभुजा नाथ मंदिर व माहेश्वरी यान ट्रस्ट सहित कई सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं के द्वारा पुष्प वर्षा व पेयजल से जोरदार स्वागत सत्कार किया गया।शोभा यात्रा के समापन के पश्चात विधिवत पूजा अर्चना के साथ दिव्य पंडाल में बने आकर्षक मंच पर व्यासपीठ पर पोथी स्थापना की गई।कथा के मनोरथी परिवार के सत्यनारायण,ओमप्रकाश, अशोक कुमार एवं सुरेश चंद्र पलोड़ ने सभी नगर वासियों से अधिक अधिक संख्या में पधार कर व्यास पीठ पर विराजित संत श्री के मुखारविंद से बह रही अमृतवाणी का रसपान करने का निवेदन किया है।कथा दिनांक 25 दिसंबर गुरुवार से प्रारंभ हुई जो दिनांक 31 दिसंबर बुधवार तक चलेगी।कथा का समय प्रतिदिन दोपहर12:15 बजे से 4:15 बजे तक रहेगा।जिसमें व्यास पीठ पर विराजित संत श्री के मुखारविंद से श्रीमद् भागवत कथा का सभी श्रृद्धालु महिला पुरुष भक्तो को रसपान कराया जाएगा ।श्रीमद्भागवत कथा के प्रथम दिवस व्यास पीठ पर विराजित संत श्री ललित जी राजपुरोहित महागढ़ के द्वारा कृष्णचंद चिचाणी, जगदीश काबरा,गोपाल कृष्ण सोमानी,रमेशचंद्र काबरा,दिलिप सोमानी, पुरुषोत्तम मालपानी वकिल सा, रमेशचंद्र परवाल वरिष्ठ शिक्षाविद,प्रमोद तोषनीवाल,रमेशचंद्र लढा,महेंद्र जाजू, कन्हेया दरक मनासा आदि वरिष्ठ महानुभावों ने व्यास पीठ पर विराजित संतश्री से आशीर्वाद ग्रहण किया।इस अवसर पर संत श्री के द्वारा सभी को दुपट्टा ओड़ाकर आशीर्वाद प्रदान किया।कथा के प्रथम दिवस अपने प्रवचनों के दौरान संत श्री के द्वारा बताया गया कि परिवार, पैसा, पुत्र,पत्नि एवं पुण्य सभी एक ही राशि के होने के बाद भी केवल पुण्य ही अंतिम समय में हमारे साथ जाता है।संतश्री ने गृहस्थ जीवन की विशेषता बताते हुए कहा कि गौमाता को चारा पानी,पशु पक्षियों को दाना पानी,धर्म कर्म व परोपकार के कार्य आदि ग्रहस्थ मनुष्य के द्वारा ही किए जाते हैं।प्रथम दिवस की कथा के दौरान वेदव्यास एवं सुखदेव मुनि के प्राकट्य के साथ ही आत्मदेव ब्राह्मण एवं दूंधकारी का बहुत ही सुंदर व रोचक तरीके से वृतांत भी सुनाया।संत श्री ने बताया कि इस सात दिवसीय भागवत कथा के श्रवण मात्र से राजा परीक्षित की तरह हमारा भी कल्याण होगा।

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