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जज साहब मारपीट हो गयी, थाने जायें या अस्पताल..? अंतराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर गर्वनमेन्ट गर्ल्स कॉलेज नीमच में बालिकाओ ने जज साहब से पूछा सवाल

Neemuch Headlines October 11, 2021, 8:20 pm Technology

नीमच। ‘‘जज साहब मारपीट हो गयी, अब थाने जायें रिपोर्ट लिखाने या अस्पताल जायें इलाज कराने‘‘ यह सवाल कन्या महाविद्यालय नीमच में एक बालिका ने विधिक साक्षरता कार्यक्रम के चलते जिला न्यायाधीश एवं विधिक सेवा प्राधिकरण नीमच के सचिव संजय कुमार जैन से किया, तो न्यायाधीष श्री जैन ने जवाब दिया कि पहले अस्पताल जायें वहां इलाज करवाये तथा वहीं पर डॉक्टर को भी बताये वहीं आपकी चिकित्सा होगीं तथा पुलिस वहीं से आपकी कार्यवाही आरम्भ कर देगी। तत्समय ही एक ओर बालिका ने सवाल किया कि एक बार पति-पत्नि में किसी प्रकरण के चलते सुलह हो जाती है और पति वह केस समाप्त करवा कर फिर से प्रताड़ित करने लगता है। तो हम कैसे और क्या कार्यवाही कर सकते है। तो न्यायाधीश जैन ने कहा कि आप पुनः कानूनी कार्यवाही कर सकते है।

‘‘आजादी का अमृत महोत्सव’’ अंतर्गत माननीय राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली एवं माननीय म.प्र. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जबलपुर के दिशा निर्देशानुसार आमजन को नालसा, सालसा एवं शासन द्वारा संचालित कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी एवं लाभ प्रदान किये जाने हेतु दिनांक 02 अक्टूबर 2021 से दिनांक 14 नवंबर, 2021 के मध्य विधिक जागरूकता कार्यक्रमों एवं गतिविधियों का आयोजन माननीय प्रधान जिला न्यायाधीश श्री राजवर्धन गुप्ता के मार्गदर्शन में जिला नीमच में शहरी एवं ग्रामीण स्तर पर किया जा रहा है। इस अवसर पर अपर जिला न्यायाधीश श्री संजय कुमार जैन द्वारा शिविर के अंतर्गत कन्या महाविद्यालय नीमच में उपस्थित बालिकाओं को सम्बोधित कर रहे थे।

उक्त अभियान के तारतम्य में दिनांक 11 अक्टूबर, 2021 को नीमच स्थित सीताराम जाजू कन्या महाविद्यालय, नीमच में अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में उपस्थित महाविद्यालय की छात्राओं को सर्वप्रथम अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस की बधाई देते हुये जिला न्यायाधीश श्री जैन अपने सम्बोधन की शुरूआत की, उन्होंने बताया कि भारत की आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने पर आजादी का अमृत महोत्सव भारतवर्ष में मनाया जा रहा है, इस महोत्सव अन्तर्गत विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा भी अखिल भारतीय जागरूकता एवं आउटरीच अभियान चलाया जा रहा है, इस अभियान के अन्तर्गत ही आज यह षिविर आपके महाविद्यालय में आयोजित किया गया हैं। अभियान के उद्देश्यों से परिचित कराते हुये जैन ने व्यक्त किया कि न्यायालय का कार्य न्याय प्रदान करना होता है। न्याय प्राप्त करने के लिये व्यक्ति को न्यायालय के पास जाना होता है, न्यायालय व्यक्ति के पास नहीं आता। इसी कमी को दूर करने के लिये जरूरतमंद व्यक्ति को न्याय की पहूंच सुलभ कराने के उद्देष्य से विधिक सेवा प्राधिकरण का गठन हुआ है। कोई व्यक्ति जो न्यायालयीन कार्यवाही में खुद के खर्च पर वकिल करने में असमर्थ है, निर्योग्य है, ऐसे व्यक्तियों को विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा निःषुल्क अधिवक्ता कराया जाता है, साथ ही निःशुल्क कानूनी सलाह भी प्रदान की जाती है। उन्होंने स्कूली शिक्षा में भी कानून की शिक्षा का आवश्यकता पर जोर देते हुये व्यक्त किया की सबसे अनिवार्य वस्तु का बोध भी अगर हम नहीं रख पाते हमारी शिक्षा की कमी होगी। उन्हौंने लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम के संबंध में भी महत्वपूर्ण कानूनी जानकारी प्रदान की।

अधिवक्ता लक्ष्मण सिंह भाटी ने शिविर को सम्बोधित करते हुये सायबर क्राईम के सबंध में विस्तृत जानकारी प्रदान करते हुये, डिजीटल प्लेटफार्म एवं सोष्यल मीडिया का भी सावधानी पूर्वक सार्थक उपयोग किये जाने की बात कही। फेसबुक एवं व्हाट्सऐप पर अनजान से दोस्ती न करने की सलाह दी। शिविर का संचालन प्रोफेसर मनजीत सिंह सलूजा तथा आभार डॉ. रश्मि वर्मा द्वारा किया गया।

तहसील मनासा अन्तर्गत चिन्हित विवाद विहीन ग्राम अरनिया माली, ग्राम नलखेड़ा एवं ग्राम ढाकनी में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन सम्पन्न हुआ, जिसमें जिला न्यायाधीष व अध्यक्ष तहसील विधिक सेवा समिति श्री अखिलेश कुमार धाकड़, व्यवहार न्यायाधीश श्री धर्मकुमार, श्री मनीष पाण्डे्य, श्री विशाल जेठवा ने शिविरों को सम्बोधित किया।

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