अनंत चतुर्दशी आज है। दरअसल शास्त्रों और पुराणों में भाद्र मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को अनंत चतुर्दशी कहा गया है। आज के दिन किए गए पुण्य का अंत नहीं है इसलिए इस दिन को अनंत चतुर्दशी कहा गया है। आज के दिन शेषनाग की सैय्या पर शय़न में लीन भगवान विष्णु की पूजा अनंत नाम से होती है।
अनंत चतुर्दशी का महत्व:-
भगवान विष्णु को यह नाम इसलिए मिला है क्योंकि इनकी आदि और अंत का पता किसी को नहीं है। 14 लोकों में व्याप्त सभी कालों में वर्तमान रहने वाले नारायण जब देवशयनी एकादशी के दिन राजा बलि के लोक में चले जाते हैं तो भक्तगण उन्हें तलाशते हैं और उनकी अनंत नाम से पूजा करते हुए 14 गांठों वाला अनंत सूत्र बाजू में बांधते हैं जो 14 लोकों का प्रतीक है। माना जाता है कि भगवान विष्णु 14 लोकों में जहां भी होंगे इन 14 गांठों के द्वारा उनके आस-पास रहेंगे। इस अनंत सूत्र को बहुत ही पवित्र और शुभ फलदायी माना गया है।
अनंत चतुर्दशी मुहूर्त चौघड़िया:-
पंचांग की गणना के अनुसार इस वर्ष भाद्र शुक्ल चतुर्दशी तिथि का आरंभ 19 तारीख को सुबह 6 बजे हो रहा है और चतुर्दशी तिथि अगले दिन सुबह 5 बजकर 30 मिनट तक रहेगी।
रविवार को अनंत चतुर्दशी होने की वजह से शाम 4 बजकर 30 मिनट से 6 बजे तक
आज राहुकाल रहेगा। चौघड़िया के हिसाब से आज शुभ समय सुबह 7 बजकर 40 मिनट से 12 बजकर 15 मिनट रहेगा
जिसमें अनंत भगवान का पूजन और गणेश विसर्जन करना अत्यंत मंगलकारी रहेगा।
इसके बाद दोपहर में 1 बजकर 45 मिनट से 3 बजकर 18 मिनट का समय शुभ चौघडिया होने से शुभ फलदायी रहेगा।
गणेश विसर्जन के लिए शाम में 6 बजकर 20 मिनट से रात 11 बजकर 45 मिनट तक का समय श्रेष्ठ है।
अनंत चतुर्दशी पर शुभ समय:-
चल चौघड़िया सुबह – 7:40 – 9 :10 लाभ
चौघड़िया सुबह – 9:11 – 10:42 अमृत चौघड़िया सुबह – 9:43 – 12:15 शुभ
चौघड़िया दोपहर – 1:46 – 3:18 शुभ
चौघड़िया शाम – 6:21 – 7:48 चल
चौघड़िया शाम – 7:49 – 9:16 अमृत
चौघड़िया शाम 9:17- 10:45