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सावन मास की अमावस्या आज इन शुभ मुहूर्तों में करें पूजा- अर्चना, दूर होंगे दुख- दर्द

Neemuch headlines August 8, 2021, 7:58 am Technology

हिंदू धर्म में पूजा- पाठ के समय शुभ मुहूर्त देखा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शुभ समय में पूजा- पाठ करने से कई गुना अधिक फल मिलता है। आज सावन मास की अमावस्या है। सावन अमावस्या को श्रावण अमावस्या या हरियाली अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है। इस अमावस्या का बहुत अधिक महत्व होता है। अमावस्या के दिन पितर संबंधित कार्य भी किए जाते हैं। ऐसा माना जाता है इस दिन तर्पण करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। अमावस्या के दिन भगवान विष्णु की पूजा का भी विशेष महत्व होता है। इस दिन विधि- विधान से पूजा- अर्चना करने से सभी दुख- दर्द दूर हो जाते हैं।

आइए जानते हैं अमावस्या पूजा- विधि और शुभ मुहूर्त:-

अमावस्या पूजा- विधि:-

सुबह जल्दी उठकर स्नान करें।इस दिन पवित्र नदी या सरवोर में स्नान करने का महत्व बहुत अधिक होता है, लेकिन इस समय कोरोना वायरस की वजह से घर से बाहर जाने से बचें। इस समय घर में ही नहाने के पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान करें। स्नान करने के बाद घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें। सूर्य देव को अर्घ्य दें। अगर आप उपवास रख सकते हैं तो इस दिन उपवास भी रखें। इस दिन पितर संबंधित कार्य करने चाहिए।

पितरों के निमित्त तर्पण और दान करें। :-

इस पावन दिन भगवान का अधिक से अधिक ध्यान करें। इस पावन दिन भगवान विष्णु की पूजा का विशेष महत्व होता है। इस दिन विधि- विधान से भगवान शंकर की पूजा- अर्चना भी करें।

शुभ मुहूर्त:-

ब्रह्म मुहूर्त- 04:21 ए एम से 05:04 ए एम

अभिजित मुहूर्त- 12:00 पी एम से 12:53 पी एम

विजय मुहूर्त- 02:40 पी एम से 03:33 पी एम

गोधूलि मुहूर्त- 06:53 पी एम से 07:17 पी एम

रवि पुष्य योग- 05:46 ए एम से 09:19 ए एम

सर्वार्थ सिद्धि योग- 05:46 ए एम से 09:19 ए एम

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