कोरोना काल में लोगों की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आयुर्वेदिक औषधियों का खूब उपयोग हुआ।
इसी की डिमांड देखते हुए सरकार अब ज्यादा से ज्यादा लोगों तक इन पोधों को पहुंचाया जाएगी। अब राजस्थान में रविवार से हर घर औषधीय पौधे पहुंचेंगे।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खुद इस योजना का शुभारंभ करेंगे।
राजस्थान सरकार इस योजना के तहत प्रदेश के एक करोड़ 26 लाख परिवारों को आठ-आठ औषधीय पौधे निशुल्क उपलब्ध करवाएगी। इस योजना में हर एक परिवार को तुलसी, गिलोय, कालमेघ और अश्वगंधा के दो-दो पौधे मुफ्त वितरित किए जाएंगे।
वहीं हर परिवार को पांच साल में तीन बार आठ-आठ पौधे निशुल्क उपलब्ध होंगे। सरकार के मुताबिक इस योजना का उद्देश्य प्रदेश के लोगों की स्वास्थ्य की रक्षा करना है साथ ही औषधीय पौधों का संरक्षण और संवर्द्धन करना है।
गहलोत सरकार की इस योजना की चर्चा अन्य प्रदेशों में भी होने लगी है। वहीं अब और राज्य भी इसी तरह की योजना लाने का विचार कर रहे हैं। वहीं कोरोना काल में लोगों की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आयुर्वेदिक औषधियों का खूब उपयोग हुआ। इसी की डिमांड देखते हुए बड़े स्तर पर लाने की तैयारी है। गहलोत सरकार घर-घर औषधि योजना पर आधारित फिल्म का प्रदर्शन करेगी। साथ ही प्रचार सामग्री का भी विमोचन किया जाएगा। इसमें बताया जाएगा कि कैसे लोगों तक आयुर्वेदिक औषधियों को पहुंचाया जाएगा।
इस वर्चुअल कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत घर-घर औषधि योजना के साथ ही 72वें वन महोत्सव का भी शुभारंभ करेंगे। वहीं, वन राज्यमंत्री सुखराम विश्नोई इस कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे। इस अवसर पर बिलौंची गांव में पीपल का पौधा रोपा जाएगा। मुख्यमंत्री इस पौधे के साथ ही अन्य पौधों के वाहनों को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे