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श्रावण मास मे करें भगवान शिव का विशेष पूजन, अभिषेक, जानिये ख़ास बाते-ज्योतिषी पं.सुमन्त पुरोहित से

एम डी मंसूरी July 31, 2021, 7:39 am Technology

झांतला। भगवान शंकर का प्रिय श्रावण मास रविवार 25 जुलाई से शुरू हो गया जो 22 अगस्त तक चलेगा.

हिन्दू पौराणिक ग्रंथों के हिसाब से सनातन धर्म में श्रावण मास का विशेष महत्व है, क्योंकि यह माह देवाधि देव महादेव को समर्पित है. इस माह शिवशंकर की विधि विधान से पूजा करनी चाहिए क्योंकि इस माह शिव उपासना से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.

इस दिन शिव पूजा के लिए कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखने से शिवजी अपने भक्तों से खूब प्रसन्न होते हैं।

पूजा की पसंदीदा वस्तुएं:-

महादेव को श्रावण में धतूरा, बेलपत्र, भांग, इत्र, चंदन, केसर, अक्षत, शक्कर, गंगाजल, शहद, दही, घी, गन्ना और फूल बेहद पसंद है ।

इसके अलावा शिवजी को आक का लाल-सफेद फूल भी बेहद प्रिय है। दिनचर्या श्रावण माह में हर सुबह उठ जाएं. स्नान आदि से नित्य क्रियाओं से निवृत्त होने के बाद साफ कपड़े पहनें और घर के मंदिर में दीप जलाकर प्रणाम करें.

इसके बाद सभी देवी-देवताओं का गंगा जल से अभिषेक करें. पूरे दिन अधिक से अधिक समय शिवजी का ध्यान करें।

पूजा:-

श्रावण में हर सोमवार को बेलपत्र से भोलेनाथ की विशेष पूजा होती है. इसके लिए सूर्योदय से पहले जागें और स्नान कर पूजा स्थल पर स्वच्छ वेदी बनाएं. शिवलिंग पर दूध चढ़ाकर व्रत का संकल्प लें.

इससे पहले शिवलिंग की अच्छे से सफाई करते हुए गंगा जल और दूध का अभिषेक करें. इसके बाद पुष्प अर्पित करें और साबुत बेल पत्र अर्पित करें.

आरती कर भोग लगाएं. सात्विक चीजों का ही भोग लगाएं।

पहनावा:-

श्रावण महीने में श्रद्धालुओं को संभव हो तो रुद्राक्ष की माला धारण करना चाहिए. इसके अलावा सुबह और शाम के समय पूजा के अंतिम समय में रुद्राक्ष की माला से ही शिव मंत्र जाप करें.

पूजन के समय भगवान शिव को भभूत लगाएं और खुद भी माथे पर इसे लगाएं. पूजा के दौरान शिव चालीसा और आरती पाठ जरूरी है. इसके अलावा दिन में महामृत्युंजय मंत्र जपते रहें।

भोजन:-

श्रावण माह में श्रद्धालुओं को हर समय सात्विक भोजन ही ग्रहण करना चाहिए, खास तौर पर सोमवार को अनाज से बने खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए। श्रावण मास का त्योहार पूरे देश में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। सनातन धर्म में श्रावण मास मे सोमवार के दिन का विशेष महत्व है। यह दिन शिव और शक्ति को समर्पित होता है क्योंकि इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था।

इस दिन सुबह शिवलिंग का अभिषेक किया जाता है और रात्रि के समय शिव जागरण किया जाता है। शास्त्रों में बताया गया है कि अन्य दिनों के अपेक्षा श्रावण मास के सोमवार के दिन भगवान शिव की विधि- विधान से पूजा करने से कई गुणा लाभ व्यक्ति को मिलता है। आइए जानते हैं शिवलिंग पर किसी चीज से अभिषेक करने पर क्या लाभ मिलता है।

1.दूध से अभिषेक के फायदे :-

श्रावण मास मे शिवलिंग पर गाय के दूध अभिषेक करना बेहद शुभ माना गया है। ऐसा करने से संतान प्राप्ति की कामना पूरी होती है और व्यक्ति रोग मुक्त रहता है। वहीं अगर आप शिवलिंग पर गन्ने के रस से अभिषेक करने से धन प्राप्ति के योग बनते हैं और जीवन के हर क्षेत्र लाभ मिलना शुरू हो जाता है। मान्यता है कि ऐसा करने से भगवान शिव बेहद प्रसन्न होते हैं और सभी कामनाओं की पूर्ति करते है !

2.दही से अभिषेक के फायदे :-

श्रावण मास पर शिवलिंग पर दही से अभिषेक करने से जीवन में परिपक्वता और स्थिरता आती है। साथ ही भगवान शिव का आशीर्वाद भी मिलता है। मान्यता है कि हर रोज शिवलिंग पर दही से अभिषेक करने से आने वाली बाधाएं दूर होती हैं। वहीं अगर शिवलिंग पर इस शुभ दिन पर इत्र से अभिषेक करें अर्थात छिड़काव करें तो मन शुद्ध होता है और जीवन को राह मिलती है। साथ ही मानसिक तनाव दूर होता है!

3. घी से अभिषेक से फायदे :-

श्रावण मास के दिन यदि कोई गाय के घी से भगवान शिव का अभिषेक करता है , तो अकाल मृत्यु से रक्षा होती है , दीर्घायु की प्राप्ति होती है !

4. शहद से अभिषेक के फायदे :-

श्रावण मास पर शिवलिंग पर शहद से अभिषेक करना बेहद पुण्यकारी माना गया है। शिवलिंग पर शहद चढ़ाने से व्यक्ति के मन आध्यात्म की तरफ झुकता है और वाणी में मधुरता आती है। साथ ही दिल में दया और परोपकार की भावना जागृत होती है और समाज में यश व सम्मान की प्राप्ति होती है !

5. शक्कर से अभिषेक के फायदे : -

श्रावण मास पर जो प्राणी शिवजी पर शक्कर का अभिषेक करता है , उसे भूमि, राज्य की प्राप्ति होती है , ऐसा शास्त्रो मे बताया गया है।

6.सरसो के तेल से अभिषेक के फायदे :-

अगर आप गुप्त शत्रुओं से परेशान हैं तो श्रावण मास पर शिवलिंग पर सरसों के तेल का अभिषेक करें, ऐसा करने से शत्रुओं से मुक्ति मिलती है और पराक्रम व साहस में वृद्धि होती है। लेकिन ऐसा करने से पहले ध्यान रखें कि किसी पंडित को अपनी कुंडली दिखाकर उनकी राय अवश्य लें और तभी अभिषेक करें।

7. गंगाजल से अभिषेक से फायदे :-

श्रावण मास पर शिवलिंग पर सभी तीर्थों से लाए हुए जल से अभिषेक करने पर मोक्ष की प्राप्ति होती है और भगवान शिव के साथ-साथ माता पार्वती का भी आशीर्वाद मिलता है। वहीं इस पवित्र दिन पर गंगाजल से अभिषेक करने से सर्वसुख और मोक्ष की प्राप्ति होती है। साथ ही धन वैभव की कमी दूर होती है और मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है।

8. पंचामृत से अभिषेक के फायदे:-

श्रावण मास पर पंचामृत से शिवलिंग का अभिषेक करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। वहीं आरोग्य प्राप्ति के लिए शिवलिंग पर घी का अभिषेक करें, ऐसा करने से ना सिर्फ शारीरिक समस्याएं दूर होंगे बल्कि कई बीमारियों से राहत भी मिलती है। ऐसा शिवमहापुराण मे विदित है।

9. शुद्ध जल से अभिषेक से फायदे :-

श्रावण मास पर जल से ऊँ नम: शिवाय का जाप करते-करते शिवलिंग का अभिषेक करना बहुत शुभ माना गया है। अगर किसी व्यक्ति को तेज ज्वर आ रहा हो तो शिवलिंग पर जल से अभिषेक के बाद ज्वर कम हो जाता है। शिव पुराण मे श्रावण मास का विशेष महत्व बताया गया है ।

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