राजस्थान में कैबिनेट विस्तार की तारीख भले तय न हो, लेकिन यह अगले महीने तक होना तय है। गहलोत कैबिनेट में अभी 9 वैकेंसी हैं। ‘एक व्यक्ति एक पद’ के सिद्धांत के तहत शिक्षा मंत्री गोविंद डोटासरा का जाना लगभग निश्चित माना जा रहा है।
डोटासरा ने भी ‘मैं दो-पांच दिन का मेहमान हूं’ कहकर इसके संकेत भी दे दिए हैं। इसके अलावा एक पद विधानसभा उपाध्यक्ष का भी खाली है। इस तरह सरकार के पास कुल 11 पद हैं। मगर विस्तार के बाद संभावित नाराजगी को ध्यान में रखते हुए 2-3 मंत्री पद खाली रखे जा सकते हैं। जानकारी के मुताबिक अगर पूरी तरह गहलोत की चली तो एक-दो मंत्री ही हटेंगे क्योंकि उनके लिए यह लायल्टी टेस्ट है। बगावत के समय जिन लोगों ने गहलोत का साथ दिया उन्हें हटाना उनके लिए आसान नहीं होगा।
मगर यदि पायलट गुट की मांग के अनुसार हटाने की नौबत आती है तो फिर 6 से 7 मंत्री ड्रॉप हो सकते हैं। अगर आलाकमान ने प्रदर्शन काे आधार माना तो कई मंत्रियों का पत्ता कट सकता है। हालांकि, अजय माकन 28-29 को जयपुर आकर हर विधायक से बात करेंगे। उसके बाद फाइनल होगा, कौन रहेगा और कौन जाएगा?