प्रदेश के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पचमढ़ी में तफरीह के लिए आने वाले पर्यटकों के लिए खुशखबरी है।
आने वाले साल में उन्हें यहां की खुशगवार वादियों के साथ बाघ भी देखने को मिलेगा। वन विभाग ने पचमढ़ी अभयारण्य में टाइगर सफारी बनाने की दिशा में प्रयास शुरू कर दिए हैं। वन्यप्राणी मुख्यालय ने राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) को टाइगर सफारी का प्रस्ताव भेज दिया है, जिस पर जल्द ही निर्णय होने की उम्मीद है। प्रदेश के कान्हा, बांधवगढ़ और पेंच टाइगर रिजर्व में पहले ही टाइगर सफारी शुरू कर दी गई है। इसके तहत शाम से रात नौ बजे से पर्यटकों को जंगल की सैर कराई जाती है। पचमढ़ी प्रदेश का एक मात्र हिल स्टेशन है। यहां मध्य प्रदेश के साथ दूसरे प्रदेशों के पर्यटक भी घूमने व चौरागढ़, बड़ा महादेव सहित अन्य धार्मिक स्थलों की यात्रा करने आते हैं। इस माहौल को भुनाने के लिए वन विभाग पचमढ़ी में टाइगर सफारी शुरू करने के पक्ष में है।
विभाग ने करीब डेढ़ माह पहले सफारी का प्रस्ताव एनटीसीए को भेज दिया है। प्रस्ताव पर विभाग और एनटीसीए के अधिकारियों के बीच चर्चा भी हो चुकी है। सूत्र बताते हैं कि प्रारंभिक चर्चा के बाद पचमढ़ी में टाइगर सफारी को सैद्धांतिक मंजूरी भी मिल गई है। अब बस औपचारिक घोषणा होना है।
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा:-
वन अधिकारियों का मानना है कि पचमढ़ी में टाइगर सफारी बनने से यहां पर्यटन बढ़ेगा। जिसका फायदा स्थानीय लोगों को मिलेगा। जहां पर्यटक झरने, पहाड़ और धार्मिक स्थल देखेंगे, वहीं स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा।
ज्ञात हो कि पचमढ़ी की खूबसूरती निहारने करीब पांच लाख पर्यटक हर साल आते हैं।