राजस्थान में अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार का समर्थन कर रहे निर्दलीय विधायकों की बैठक बुधवार को होगी। कहा जा रहा है कि यह बैठक राज्य के मौजूदा राजनीतिक हालात पर चर्चा करने के लिए बुलाई गई है।
इस बैठक से पहले मंगलवार को एक और निर्दलीय विधायक रामकेश मीणा ने पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट व उनके समर्थक विधायकों पर निशाना साधते हुए कहा कि अपनी ही सरकार गिराने का प्रयास करने वाले अब कार्यकर्ताओं के हित की बात कर रहे हैं। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि इस बैठक में बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए छह विधायक शामिल होंगे या नहीं। पहले इन विधायकों के भी बैठक में शामिल होने की बात की जा रही थी। गंगानगर से निर्दलीय विधायक राजकुमार गौड़ ने कहा, ‘काफी दिनों से मुलाकात नहीं हुई थी इसलिए यह बैठक रखी गई है। इस बहाने से सभी साथियों से मुलाकात होगी और चर्चा भी हो जाएगी।’
उल्लेखनीय है कि यह बैठक ऐसे समय में हो रही है जब राज्य सरकार ने हाल ही में अनेक नगरपालिकों व नगर परिषदों में बहुप्रतीक्षित राजनीतिक नियुक्तियां करनी शुरू की हैं और राज्य मंत्रिपरिषद के विस्तार की चर्चा फिर जोरों पर है। पायलट खेमा जहां राजनीतिक नियुक्तियों व मंत्रिपरिषद विस्तार पर जोर दे रहा है, वहीं बसपा से कांग्रेस में आए विधायकों ने हाल ही में कहा था कि आलाकमान को उन लोगों को इनाम देना चाहिए जो पिछले साल के राजनीतिक संकट के समय सरकार के साथ खड़े रहे। राज्य में 13 निर्दलीय विधायक व छह बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए विधायक हैं। इस बीच, गंगापुर सिटी से निर्दलीय विधायक रामकेश मीणा ने मंगलवार को सचिन पायलट व उनके समर्थक विधायकों पर खुलकर हमला बोला। मीणा ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए जिन लोगों ने सरकार को गिराने का प्रयास किया वे पार्टी कार्यकर्ताओं के हित की बात कर रहे हैं।
ऐसा उदाहरण देश में और कहां देखने को मिलेगा। मीणा ने आरोप लगाया, ‘भाजपा के इशारे पर राज्य सरकार को अस्थिर करने का काम किया जा रहा है। लेकिन राजस्थान की जनता इस सरकार को गिरने नहीं देगी- 36 कौम के लोग इस सरकार के साथ है। गहलोत के नेतृत्व में पूरा भरोसा जताते हुए उन्होंने कहा, ‘अशोक गहलोत ही राजस्थान में कांग्रेस को संभाल सकते हैं।’